Bihar Land Registry Document : दोस्तों जैसा कि पिछले आर्टिकल में हमने आपको बताया था बिहार में जमीन रजिस्ट्री से संबंधित नया नियम लागू हो गया है। इस नए नियम के कारण लोगों को जमीन रजिस्ट्री में काफी परेशानी हो रही है। इसीलिए मद्य निषेध, उत्पाद एवं निबंधन विभाग द्वारा एक नया नियम जारी किया गया है। इस नियम को 6 मार्च 2024 को रजिस्ट्री ऑफिस में लागू कर दिया गया है।
इस नियम के अनुसार जमीन रजिस्ट्री होने वाले हर दस्तावेज में विभाग द्वारा जारी घोषणा पत्र में कुल 15 प्रश्न का जवाब व्यक्ति को देना होगा, जिसका जवाब हां या ना में देने के बाद घोषणा पत्र में हस्ताक्षर करना अनिवार्य होगा। आज के इस आर्टिकल में हम आपको बिहार लैंड रजिस्ट्री डाक्यूमेंट्स से संबंधित सभी जानकारी विस्तार से बताने वाले हैं। इसलिए अगर आप बिहार के निवासी हैं तो यह आर्टिकल ध्यानपूर्वक अंत तक पढना चाहिए।
बिहार लैंड रजिस्ट्री डॉक्यूमेंट (Highlight)
आर्टिकल का नाम | Bihar Land Registry Document |
राज्य | बिहार |
नियम जारी | 6 मार्च 2024 |
आफिशियल वेबसाइट | Click here |
नए नियम जारी होने से प्रभावित हुई जमीन रजिस्ट्री
बिहार राज्य में जब से जमीन रजिस्ट्री से जुड़ी नया नियम लागू की गई है, तब से जमीन रजिस्ट्री पर काफी प्रभाव पड़ा है। आपको बता दें कि बिहार में जमीन से संबंधित नया नियम “जमीन रजिस्ट्री कराने के लिए अब जमीन का जमाबंदी होना अनिवार्य है” यही लागू किया गया था। इस नियम के अनुसार जमीन का असली मालिक कौन है, इसका रिकॉर्ड स्पष्ट रूप से जमाबंदी में दर्ज होना चाहिए।
इस नियम के अनुसार जमाबंदी कराने के लिए, जमीन मालिक को कई सारे दस्तावेज विभागीय कार्यालय में जमा करना पड़ता था। इस प्रक्रिया में लोगों को बहुत परेशानी का सामना करना पड़ता था। इसी समस्याओं को दूर करने के लिए बिहार लैंड रजिस्ट्री डॉक्यूमेंट में नया नियम बदलाव किया गया, जो आगे आर्टिकल में जानेंगे।
शपथ पत्र में शामिल इन 15 प्रश्नों का देना होगा जवाब
आपको बता दें कि बिहार में जमीन रजिस्ट्री कराते समय एक शपथ पत्र दिया जाएगा, जिसमें 15 प्रश्नों का जवाब हां या ना में देना होगा, इसके बाद ही रजिस्ट्री की कार्रवाई आगे की जाती है। वे 15 प्रश्न इस प्रकार है-
- क्या जमीन जमाबंदी आपके नाम पर कायम है।
- जमीन जमाबंदी सृजन का कौन सा साक्ष्य संलग्न है।
- क्या जमीन जमाबंदी संयुक्त रूप से कायम है।
- यदि जमाबंदी संयुक्त है, तो अपने हिस्से की भूमि विक्रय या दान कर रहे हैं।
- यदि जमीन जमाबंदी में कोई त्रुटि हो तो विवरण उल्लेख करें।
- क्या आपके संपत्ति विवरण में कोई त्रुटि हैं।
- क्या जमाबंदी विक्रेता/दान कर्ता के नाम से कायम है।
- क्या आपके शहरी संपत्ति का होल्डिंग कायम है।
- क्या होल्डिंग विक्रेता/दान कर्ता के नाम से कायम है।
- क्या आपका संपत्ति शहरी क्षेत्र में अव्यवस्थित फ्लैट या अपार्टमेंट है।
- यदि हां तो होल्डिंग के साथ में क्या संलग्न है।
- क्या आपका संपत्ति ग्रामीण क्षेत्र में अव्यवस्थित फ्लैट है।
- क्या भूमि टोपो लैंड से संबंधित है, टोपो लैंड की भूमि की जमाबंदी का साक्ष्य संलग्न है।
- टोपो लैंड की भूमि की जमाबंदी का साक्ष्य
21 फरवरी से पहले हुई जमीन रजिस्ट्री में डॉक्यूमेंट सुधार में नहीं लगेगा जमाबंदी
दोस्तों जैसा कि हमने आपको बताया बिहार में भूमि निबंधन के नियमों में संशोधन होने के बाद जमीन की रजिस्ट्री को लेकर नया नियम जारी कर दिया गया है। इस नियम के अनुसार अगर आपके जमीन की रजिस्ट्री 21 फरवरी 2024 से पहले हुई है। तो दस्तावेज सुधार में रजिस्टर जमाबंदी को खत्म कर दिया गया है।
यानी सरकार के द्वारा जमीन से जुड़ा नया नियम लागू होने से पहले अगर आपके जमीन का रजिस्ट्री हुआ है, रजिस्ट्री दस्तावेज जैसे खाता, खेसरा, आदि में कोई त्रृटि हो गयी है। उसमें दोबारा से सुधार करने के लिए रजिस्ट्री करवाते समय जमीन जमाबंदी का नया नियम लागू नहीं होगा।
सारांश
आज के इस आर्टिकल में मैंने आपके Bihar Land Registry Document से जुड़ी सभी जानकारी विस्तार से बताया है। अगर आप बिहार के रहने वाले हैं, तो निश्चित ही यह जानकारी आपको पसंद आयी होगी।
इस लेख को अपने दोस्तों तथा रिश्तेदारों के साथ शेयर कीजिए, ताकि उन्हें भी बिहार जमीन रजिस्ट्री दस्तावेज में हुआ नया नियम मालूम चल सकें। अगर आपका कोई सवाल है, तो कमेंट करके पूछ सकते हैं।
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इस लेख को शिवानी यादव ने लिखा है। जो modi-yojana.com में मुख्य संपादक के रूप में कार्यरत हैं। शिवानी यादव ने हिंदी बिषय से B.A. और M.A. की है। इसके बाद लेखन क्षेत्र को अपना कैरियर बनाया। लेखन क्षेत्र में इनके पास 5 साल का अनुभव हैं। modi-yojana.com के संपादक, लेखक, के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें।