आज कल के युवा पढ़ाई करने के बाद अपना करियर कमांडो में बनाना चाहते हैं। भारत के पांच सबसे खतरनाक कमांडो जैसे – पैरा एसएफ, मार्कोस कमांडो फोर्स, कोबरा कमांडो, एनएसजी कमांडो फोर्स, गरुड़ कमांडो फोर्स हैंI आज के आर्टिकल में हम आपको Cobra Commando Kaise Bane? इसके विषय में विस्तार से बताने वाले हैं।
कोबरा कमांडो (Cobra commando) बहुत खतरनाक और कठिन कमांडो में से एक माना गया है। इसकी ट्रेनिंग बहुत ही कठिन होती है, इसलिए कोबरा कमांडो बनना हर किसी के बस की बात नहीं है।
आज के आर्टिकल में हम आपको कोबरा कमांडो के बारे में विस्तृत जानकारी जैसे – कोबरा कमांडो कैसे बने, कोबरा कमांडो का फुल फॉर्म, कोबरा कमांडो बनने के लिए पढ़ाई, कोबरा कमांडो की ट्रेनिंग, कोबरा कमांडो की स्थापना कब हुई, कोबरा कमांडो का काम, कोबरा कमांडो की कुछ खास बातें, कोबरा कमांडो की सैलरी, कोबरा कमांडो कौन बन सकता है आदि के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं।
कोबरा कमांडो क्या होता हैं?
भारत के पांच सबसे खतरनाक कमांडो पैरा एसएफ, मार्कोस कमांडो फोर्स, कोबरा कमांडो, एनएसजी कमांडो फोर्स, गरुड़ कमांडो फोर्स हैं। जैसा कि आप देख रहे हैं कोबरा कमांडो को भी भारत के पांच सबसे बड़े खतरनाक कमांडो की श्रेणी में शामिल किया गया है। कोबरा कमांडो को भारतीय राष्ट्रपति और दिल्ली की संसद की सुरक्षा करना पड़ता है। इसके अलावा अन्य कई खतरनाक मामलों के लिए इन कमांडो को उपयोग किया जाता है।
Cobra Commando Ke Training बहुत ही कठिन एवं मुश्किल होती है उनकी ट्रेनिंग जंगली गोरिल्ला के युद्ध के ऑपरेशन में दृढ़ता पूर्ण कार्रवाई के लिए दिया जाता है। कोबरा कमांडो (commando battalion for resolute action) जंगल के विशेष युद्ध के लिए CRPF जवानों में से कोबरा कमांडो को चयनित किया जाता है।
वर्ष 2008 2011 के दौरान 10 कोबरा बटालियन को प्रशिक्षित एवं उपकरणों को सुसज्जित करके अन्य राज्यों जैसे छत्तीसगढ़, बिहार, उड़ीसा, झारखंड ,मध्य प्रदेश आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल जैसे राज्यों के जंगलों में इनका प्रशिक्षण अथवा ट्रेनिंग दिया जाता है।
यह देश के सभी सर्वोत्तम केंद्रीय शास्त्र पुलिस में से एक है इनका कार्य सबसे कठिन होता है। जो हर किसी के बस में नहीं होता इसके लिए CRPF जवानों में से चुना जाता है। आपको जानकर हैरानी होगी की कोबरा विदेशी देशों में भी पहुंच गए हैं, जो हमारे लिए गर्व की बात है।
इस कमांडो का गठन विदेशी उग्रवादियों से निपटने के लिए किया गया था। मिजोरम, छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र में इन्होंने ऑपरेशन को अंजाम दिया, जिससे नक्सल की जड़े हिल गई।
कोबरा कमांडो का मतलब
अगर आप इस कमांडो का मतलब जानना चाहते हैं, तो आपको यह समझना चाहिए कि कोबरा एख शॉर्ट फॉर्म हैं। इसको पूरा नाम – कमांडो बटालियन फार रेसोल्यूट एक्शन (Commando Battalion for Resolute Action) हैं। इस प्रकार से-
इसकी मुख्य पैरेंट यूनियन CRPF होती हैं, यानी अगर आप सीआरपीएफ में नौकरी करते हैं, तो आपको कोबरा कमांडो के लिए चुना जा सकता है।
कोबरा कमांडो कैसे बनें?
दोस्तों आज के समय में बहुत से युवा कोबरा कमांडो बनना चाहते हैं। लेकिन आपको यह समझना चाहिए कोबरा कमांडो बनने की कोई सीधी भर्ती प्रक्रिया नहीं है। अगर कोई आपको यह समझता है कि भारत सरकार द्वारा आपको सीधे कोबरा कमांडो के लिए रखा जाएगा, तो यह बिल्कुल गलत है।
कोबरा कमांडो बनने के लिए आपको सबसे पहले भारतीय सेवा के सीआरपीएफ में भर्ती होना होगा। सीआरपीएफ में भर्ती होने के बाद आप Cobra Commando में जा सकते है। क्योंकि CRPF की सेना में से सैनिकों का कोबरा कमांडो के लिए चुना जाता है।
कोबरा कमांडो बनने के लिए योग्यता
- कोबरा कमांडो बनने के लिए उम्मीदवार को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड /विश्वविद्यालय से Matricution या इंटर पास होना चाहिए।
- इसके पश्चात् SSC/GD constable form का आवेदन करना होगा। SSC, GD के फॉर्म को apply करने के लिए आयु सीमा 18 से 23 वर्ष के अंतर्गत होनी चाहिए।
- कोबरा कमांडो बनने के लिए व्यक्ति का शारीरिक और मानसिक रूप से फिट होना चाहिए। शरीर में किसी भी तरह की कोई बीमारी नहीं होना चाहिए।
आरक्षित श्रेणियां से संबंधित उम्मीदवारों की आयु सीमा की छूट भी दी जाती है। जो इस प्रकार से है-
श्रेणी | आयु सीमा में छूट |
SC/ST | 5 वर्ष |
पूर्व सैनिक | 3 वर्ष |
दिव्यांग/विकलांग | 5 वर्ष |
दिव्यांग (OBC) | 8 वर्ष |
एक वर्ष निवासी जम्मू में निवासी | 5 वर्ष |
श्रेणी (Category) | पुरुष (Male) दौड़ | महिला (Female) दौड़ |
अखिल भारतीय उम्मीदवार | 24 मिनट में 5 km | 8 मिनट 30 सेकंड में 1.6 km. |
लद्दाख क्षेत्र के निवासी | 6 मिनट 30 seconde में 1 मील की दूरी | 6 मिनट में 800 मीटर की दूरी तय करना। |
कोबरा कमांडो बनने के लिए लंबाई
श्रेणी (Cotegory) | पुरुष (M) लंबाई | महिला (F) लंबाई |
General, SC और OBC Cotegory | 170 cm | 157 cm |
ST श्रेणी | 162.5 cm | 150 cm |
अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नगालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा, नक्स/वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों के ST श्रेणी | 160 cm | 147.5 cm |
गढ़वाल, मराठा, डोगरा, कुमाऊं, असम, हिमाचल प्रदेश और जम्मू राज के निवासी | 165 cm | 165 cm |
कोबरा कमांडो चयन प्रक्रिया
दोस्तों जैसा कि हमने ऊपर आपको बताया कि कोबरा कमांडो बनने के लिए शारीरिक रूप से तथा मानसिक रूप से फिट होना चाहिए। अब चलिए कोबरा कमांडो के चयन प्रक्रिया के बारे में समझ लेते हैं।
कोबरा कमांडो बनने के लिए आपको सबसे पहले भारतीय सेवा या सीआरपीएफ में भर्ती होना होगा। भारतीय सेवा या सीआरपीएफ में भर्ती होने के लिए आपको शारीरिक, मेडिकल तथा लिखित परीक्षा देना होगा। इन सभी परीक्षाओं को पास करने के बाद आपका डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन होगा, तत्पश्चात आपको सीआरपीएफ की नौकरी मिल जाएगी।
कुछ सालों तक सीआरपीएफ की नौकरी करने के बाद उनमें से बेस्ट और टॉप जवानों को कोबरा कमांडो में भर्ती कर लिया जाता है। इसके बाद तीन से छह महीने तक कोबरा कमांडो की ट्रेनिंग दी जाती है। तत्पश्चात आप कोबरा कमांडो में भर्ती हो जाती है।
कोबरा कमांडो बनने के लिए परीक्षाएं
फिजिकल टेस्ट
कोबरा कमांडो को पास करने के लिए सबसे पहले फिजिकल टेस्ट देना पड़ता है। अगर आप फिजिकल टेस्ट में पास हो गए, तो Cobra Commando में सेलेक्ट हो जाएंगे। सीआरपीएफ जवानों में से कोबरा कमांडो को चयनित किया जाता है। जिसके लिए आपको दौड़ एवं ऊंचाई सीने की चौड़ाई आदि मापी जाती है। जिसके पश्चात, इसकी ट्रेनिंग गोरिल्ला जंगलों में ली जाती है और खतरनाक से खतरनाक ट्रेनिंग ली जाती है, जो अति कठिन है।
लिखित परीक्षा
10वीं और 12वीं परीक्षा के बाद एक लिखित परीक्षा होती है, कोबरा कमांडो में सक्सेस होने के लिए सबसे पहले फिजिकल टेस्ट देना पड़ता है। उसके बाद लिखित परीक्षा होती है। अगर आप लिखित परीक्षा में 50% अंक प्राप्त कर लेते हैं, तो आप कोबरा कमांडो में चयनित हो जाते हैं। इसके बाद आपको 1 वर्ष का समय भी मिलता है, जिसमें आप अपना मेडिकल टेस्ट के लिए शारीरिक एवं मानसिक कर्मियों को दूर कर सकते हैं।
मेडिकल टेस्ट
अगर आप फिजिकल टेस्ट एवं लिखित परीक्षा के पास कर लेते हैं, तो आपका मेडिकल जांच होगा। जिसमें आपका मानसिक एवं शारीरिक टेस्ट होगा। शारीरिक टेस्ट जैसे आंख, नाक, छाती आदि का टेस्ट होता है। अगर आप इन सब में स्वस्थ पाए जाते हैं, तो आप कोबरा कमांडो में आसानी से चयनित हो सकते हैं।
डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन
शारीरिक टेस्ट, मेडिकल टेस्ट और परीक्षा पास करने के बाद अंतिम पड़ाव डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन का होता है। आवेदन फॉर्म भरते समय आपने जिन डॉक्यूमेंट को संलग्न किया था, उन डॉक्यूमेंट का वेरिफिकेशन किया जाएगा। सीआरपीएफ अधिकारी के द्वारा डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जाएगा। अगर आपका डॉक्यूमेंट सही पाया जाता है तो आपको सीआरपीएफ की नौकरी मिल जाएगी।
कोबरा कमांडो की ट्रेनिंग
कोबरा कमांडो की ट्रेनिंग अत्यधिक खतरनाक होती है, क्योंकि उनकी ट्रेनिंग गोरिल्ला जंगलों में की जाती है। जिसमें नक्सलियों को खदेड़ कर दूर भागना एवं गांव की सुरक्षा प्रदान करना होता है। इन्हें हथियारों के साथ सुसज्जित एवं प्रशिक्षण की जानकारी द्वारा इनका ऑपरेशन कंप्लीट किया जाता है।
ट्रेनिंग के दौरान इनको बहुत ही कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। क्योंकि गोरिल्ला जैसे जंगलों में अत्यधिक खतरनाक जंगली जानवरों एवं नक्सलियों का डर बना रहता है।
Cobra commando की ट्रेनिंग के दौरान इनका वाहन, खान-पान आदि खर्चा जो भी होता है गवर्नमेंट द्वारा दिया जाता है। उसके बाद उसमें ट्रेनिंग पूरी होने के बाद भी इनका कार्य बहुत ही कठिन होता है। हम आपको बता दे कि विदेशी उग्रवादियों एवं नक्सलियों को दूर भगाने की जिम्मेदारी दी जाती है।
कोबरा कमांडो बनाना
3 से 6 महीने की ट्रेनिंग पूरा करने के बाद आपको कोबरा कमांडो में भर्ती कर लिया जाता है। यानी अब आप कोबरा कमांडो कहलायेंगे। इतना समझ लीजिए कोबरा कमांडो बनना इतना आसान नहीं है। क्योंकि अगर सीआरपीएफ में दो लाख जवान है, तो उनमें से लगभग 4000 जवान को कोबरा कमांडो की ट्रेनिंग के लिए चुना जाता है।
इसके बाद उन चुने हुए जवानों का 3 से 6 महीने की ट्रेनिंग होती है। ट्रेनिंग इतना कठिन होता है, कि इसमें से कुछ जवान छोड़कर दोबारा से सीआरपीएफ जवान में चले जाते हैं। इसके बाद जो जवान पूर्ण रूप से सफलतापूर्वक कोबरा कमांडो की ट्रेनिंग पूरा कर लेते हैं, उन्हें ही कोबरा कमांडो में भर्ती किया जाता है।
कोबरा कमांडो सैलेरी
- दोस्तों अगर कोबरा कमांडो के वेतन की बात करें, तो इनका वेतन अलग-अलग पदों के हिसाब से दिया जाता है।
- एक NSG कमांडो की सैलरी 84,000 से लेकर 2.5 लाख प्रतिमाह दिया जाता है, मतलब औसत वेतन प्रतिमाह डेढ़ लाख दिया जाता है।
- इसके अलावा Cobra commando को Goverment सुविधा प्रदान की जाती है और कई तरह की एलावेंस दिया जाता है।
भारत में कमांडो कितने हैं?
- Cobra commando दुनिया की सबसे अच्छे पैरामिलिट्री Pramilitiry में से एक है। इनका पहला ट्रेनिंग 2008 में दी गई थी, इनका ऑपरेशन गोरिल्ला जंगलों में किया जाता है।
- भारतीय राष्ट्रपति और दिल्ली की संसद की सुरक्षा की भी इनको जिम्मेदारी दी जाती है तथा कई खतरनाक मामलों के लिए इन को कमांडो को सौप दिया जाता है।
- भारत में कमांडो संख्या 10 बटालियन को प्रशिक्षित किया गया था और इन्हें नक्सलियों से लोहा लेने के लिए भेजा जाता है। अतः इसे यह स्पष्ट होता है कि इनका कार्य अत्यधिक खतरनाक एवं कठिन होता है।
कोबरा कमांडो फुल फॉर्म इन हिंदी
कोबरा कमांडो का फुल फॉर्म – कमांडो बटालियन फार रेसोल्यूट एक्शन (Commandos Battalion for Resolute Action) हैं, जिनकी ट्रेनिंग गोरिल्ला जंगलों में दिया जाता है, भारत (India) के कुशल केंद्रीय पुलिस सीआरपीएफ (CRPF) की एक विशेष चरण है।
मूल रूप से नक्सलियों का मामला और उनको युद्ध में हारने तथा देश को सुरक्षित रखने में तैयार किया जाता है। जो हमारे वीर जवानों में से एक वीर जवान कोबरा कमांडो है।
- Co – Commando
- R – Resolute
- A – Action
- B – Battalion
कोबरा कमांडो की स्थापना कब हुई?
दोस्तों हम आपको बता दे, कि कोबरा कमांडो की स्थापना 1986 में भारत सरकार द्वारा एक बड़ा कदम उठाया गया। जो उपभोक्ता सुरक्षा अधिनियम 1986 कानून बना जो कब्र के नाम से जाना जाता है।
कोबरा की स्थापना भारत सरकार ने Wide UO. संख्या 16011/200-PE, IV दिनांक 12/09/2008 उग्रवादियों और नक्सलियों को विनाश करने के लिए किया। गोरिल्ला जंगलों में इनका ऑपरेशन पूरा कराया जाता है, जो सीआरपीएफ जवानों में से चुने जाते हैं।
भारत सरकार ने दी हुई सूची के अनुसार 3 वर्षों में पुलिस निरीक्षक के नेतृत्व में इन बटालियन के लिए कार्रवाई को बड़ा कमांडो की मंजूरी दी।
2008 -2009 | (2) बटालियन सेक्टर मुख्यालय कोबरा |
2009 -2010 | 4 बटालियन |
2010 | 4 बटालियन |
कोबरा कमांडो का महत्व
कोबरा कमांडो का हमारे जीवन में अत्यधिक महत्व है हमारे जीवन का ही नहीं, बल्कि पूरे विश्व के लोगों के लिए कोबरा कमांडो अत्यधिक महत्वपूर्ण साबित हो गया है। क्योंकि यह भारतीय देश से निकाल के विदेश जैसे मिजोरम और अमेरिका जैसे देशों में इनका प्रशिक्षण एवं कार्य हो रहा है।
कोबरा कमांडो सीआरपीएफ जवानों में से चुने जाते हैं। भारत में इनका 10 बटालियन है इनका कार्य बहुत ही कठिन एवं जटिल होता है। यह हमारे देश में घुसने वाले बाहर जैसे विदेशी उग्रवादी एवं नक्सलियों का खत्म करते हैं एवं हथियार को सुसज्जित द्वारा तैयार किए जाते हैं।
सीआरपीएफ जवान एक महत्वपूर्ण पुलिस निरीक्षक में से लिए गए हैं, जो हमारे देश की सुरक्षा करते हैं। अगर बाहर विदेश से नक्सलियों उग्रवादियों का आगमन हमारे देश में होता है। तो उनसे युद्ध करके एवं उनका पराजित करके हमारे देश को सुरक्षित करते हैं। जो हमारे देश एवं हर एक नागरिक के लिए अति महत्वपूर्ण एवं गर्व की बात है।
कोबरा कमांडो के कार्य
दोस्तों जैसा कि हम आपको बता दे कि कोबरा कमांडो का कार्य अत्यधिक कठिन एवं जटिल होता है, जो सबके बस में नहीं होता है। कोबरा कमांडो का कार्य उग्रवादियों और नक्सलियों को दूर भगाने एवं उनसे युद्ध करने के लिए रखा गया है। इनका ऑपरेशन एवं प्रशिक्षण गोरिल्ला जंगलों में किया जाता है। जो अत्यधिक कठिन एवं मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।
कोबरा कमांडो का कार्य बहुत ही कठिन होता है यह जंगलों में नक्सलियों को दूर भगाने एवं उनके आसपास ग्रामीण क्षेत्र की सुरक्षा प्रदान करना होता है।
कोबरा कमांडो का कार्य दिल्ली के राष्ट्रपति संसद की सुरक्षा की भी जिम्मेदारी होती है। कोबरा कमांडो भारतीय नौसेना में से एक होते हैं। कोबरा कमांडो का सर्वप्रथम कार्य जंगलों के नक्सलियों को दूर भागना होता है, ताकि जंगल के आसपास के लोग सुरक्षित हो।
हर वर्ष कोबरा कमांडो विदेश में प्रशिक्षण के लिए भेजे जाते हैं। कोबरा कमांडो का सर्वप्रथम ऑपरेशन गोरिल्ला जंगलों में किया जाता है और नक्सलियों और उग्रवादियों को दूर भगाने एवं उनसे कैसे युद्ध करें, इसकी जानकारी दी जाती है।
Cobra Commando Kaise Bane (FAQ)
1. मैं कोबरा कमांडो कैसे बन सकता हूं?
2. कोबरा कमांडो जाब क्या है?
3. कोबरा कमांडो में कितनी हाइट चाहिए?
4. कोबरा कमांडो सैलरी क्या हैं?
5. क्या कोबरा कमांडो में कोई लड़की शामिल हो सकती है?
6. कोबरा कमांडो में कितनी बटालियन होती है?
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इस लेख को सतगुरु कुमार ने लिखा है। जो modi-yojana.com में मुख्य लेखक के रूप में कार्यरत हैं। सतगुरु कुमार ने हिंदी बिषय से B.A. तथा M.A. कर चुके हैं। फाइनेंस और शिक्षा करियर के क्षेत्र में 4 साल का लेखन का अनुभव है। modi-yojana.com के संपादक, लेखक, के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें।