12वीं के बाद दरोगा कैसे बनें?। शैक्षणिक योग्यता, परीक्षा, ट्रेनिंग, कार्यभार, सैलरी

दोस्तों जैसा कि आपको मालूम है कि आजकल के पढ़ने वाला हर एक विद्यार्थी अपने उज्जवल भविष्य के लिए सपने देखता है। और वह चाहता है कि हम आगे कोई भी नौकरी करें वह गवर्नमेंट हो। और किसी किसी विद्यार्थी का वर्दी पाने का जुनून भी रहता है। इसलिए जिन विद्यार्थी का सपना दरोगा बनने का हैं, उन्हें यह आर्टिकल पढ़ना चाहिए। क्योंकि आज के आर्टिकल में मैं बताने वाला हूं, 12th Ke Bad Daroga Kaise Bane. दरोगा बनके आप समाज में हो रहे भ्रष्टाचार को खत्म कर सकते हैं और समाज में सम्मान पा सकते हैं।

WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

दोस्तों Sub Inspector पुलिस पद में उप निरीक्षक पद में आते हैं। आजकल का हर एक विद्यार्थी चाहता है कि हम गवर्नमेंट जॉब करें। इसलिए वह कड़ी से कड़ी मेहनत करता है, ताकि वह अपने भविष्य सपनों को साकार करें और आगे बढ़ें।

दरोगा पुलिस चौकी में सबसे ऊंचे पद पर माने जाते हैं उनके अंदर पुलिस कांस्टेबल और हवलदार आते हैं। थाने पर कोई भी FIR दर्ज होता है तो वह इंस्पेक्टर द्वारा ही कार्रवाई की जाती है।

अगर आप भी 12वीं पास करने के बाद दरोगा बनने का सपना देख रहे हैं, तो इस आर्टिकल को ध्यान पूर्वक पूरा पढ़िएगा। इस आर्टिकल में आपको महिला दरोगा कैसे बनें, दरोगा बनने के लिए कितना पढ़ाई चाहिए, दरोगा का एग्जाम कैसे होता है, दरोगा की सैलरी, दरोगा बनने के लिए कितनी हाइट चाहिए, दरोगा बनने के लिए उम्र, दरोगा का महत्व, दरोगा में चयनित होने की दस्तावेज, वजन और सैलरी आदि के बारे में विस्तार से बताने वाला हूं।

Table of Contents

दरोगा किसे कहते हैं?

दरोगा को अंग्रेजी में Sub-inspector तथा हिन्दी में पुलिस उपनिरीक्षक कहते हैं। हेड कांस्टेबल से ऊंची पोस्ट दरोगा की होती है, जो एक पुलिस चौकी का मेन अधिकारी होता है। अधिकांश करके ग्रामीण क्षेत्रों में दरोगा को थानेदार के नाम से बुलाते हैं तथा दरोगा का दूसरा नाम एस आई होता है। पुलिस स्टेशन में मुंशी, कांस्टेबल, हवलदार, हेड कांस्टेबल आदि पद होते हैं, जो दरोगा के दिशा निर्देशों का पालन करते है।

Daroga बनने के लिए आपको सबसे पहले किसी मान्यता विद्यालय से 12वीं पास करनी होगी। उसके बाद आपको किसी भी महाविद्यालय से स्नातक (graduation) को पूरा करना होगा, उसके बाद ही आप दरोगा के फॉर्म को अप्लाई कर सकते हैं।

दरोगा में चयनित होने के लिए हमें सबसे पहले एग्जाम पास करना होता है उसके बाद Physical Test होता है। फिर Medical Test होता है। अगर हम इंटरेस्ट में पास हो जाते हैं तो हम दरोगा पेट चयनित हो जाते हैं।

दरोगा बनने के लिए हमें पढ़ाई पर अत्यधिक फोकस करना पड़ेगा और बहुत ही मेहनत करनी होगी। दरोगा की पढ़ाई के लिए हमें अपने विषय पर काफी ध्यान देना पड़ेगा। जो एग्जाम के दौरान पूछे जाते हैं उसका रिवीजन हमें हमेशा करना होगा। दरोगा की तैयारी के लिए हमारे निम्न विषय होते हैं जैसे Hindi, maths , general knowledge और current affairs में से Quetion पूछे जाते हैं।

दरोगा का कार्य

  • दरोगा का कार्य पुलिस चौकी में उपस्थित उनसे नीचे पद अर्थात पुलिस कांस्टेबल और चौकीदारों पर नजर रखना।
  • सब इंस्पेक्टर का काम होता है, अपने क्षेत्र में कानून व्यवस्था को बनाए रखना।
  • क्षेत्र में घटित होने वाली घटनाओं की जांच करना और जनता की भलाई करना होता है।
  • अपने स्टाफ के सभी कार्यकर्ता को काम बांटना और उनके कामों पर नजर रखना उनका प्रमुख कर्तव्य होता हैI
  • Police Station पर आए शिकायतों को दूर करना और कम से कम बातों में मैटर को सुलझा देना।
  • समाज में होने वाली इलीगली चीज को ध्यान देना और मुजरिमों को पड़कर उनकी सजा सुनिश्चित करना।
  • थाने में पहले से चल रही केस को सुलझाना भी दरोगा का अति महत्वपूर्ण कार्य होता है।
  • उनके क्षेत्र में चल रहे पेट्रोलिंग जैसे मामलों पर अगर कोई अपराध हो रहा है, तो उसको भी सुलझाने का कार्य दरोगा का ही होता है।
  • उनके क्षेत्र में बड़े अधिकारी मान्यता प्राप्त और राजनीति के बड़े-बड़े लोगों जैसे जिला पंचायत, बड़े-बड़े नेता या विधायक जैसे लोगों की सुरक्षा प्रदान करना।
  • तथा अत्यधिक सुरक्षा एवं कड़ी नजर रखने अथवा पुलिस फोर्सज को तैयार करना दरोगा का महत्वपूर्ण कार्य होता है।
  • पुलिस चौकी अर्थात थाने की बिल्डिंग में अगर कोई दिक्कत होती है, तो उसकी मरम्मत एवं देखभाल करने की जिम्मेदारी दरोगा की ही होती है।
  • अपने से बड़े उच्च अधिकारी अर्थात डीएसपी (DSP) को रिपोर्ट करना और अपने द्वारा किए गए हर कार्य और बाहर की जानकारी उन तक पहुंचाना।
  • दरोगा के निचले पद अर्थात पुलिस कांस्टेबल के पास कोई भी इमरजेंसी कॉल आती है। तो दरोगा का कार्य है उसको तुरंत जांच करना और उसे पर कार्रवाई करना, ताकि मामले की जांच अच्छे तरीके से हो जाए।
  • अपने निचले कर्मचारियों की हेल्प करनी चाहिए और उनका सम्मान भी देना चाहिए। बाहर से अगर कोई मामला दर्ज होता है, अगर दरोगा के सपोर्ट सेवा मामला नहीं सुलझता है। तो अपने उच्च पदाधिकारी अर्थात डीएसपी तक पहुंचाने की कोशिश करें और मामलों को सुलझाने की जिम्मेदारी लें।

12वीं के बाद दरोगा बनने की योग्यता

  • दरोगा बनने के लिए जरूरी है उम्मीदवार किसी भी महाविद्यालय से ग्रेजुएशन पास हो। चाहे जिस भी कोर्स से जैसे – B.A/B.Com/BSC/B.Teck/B.BA आदि से किया हो, वह उम्मीदवार दरोगा के लिए आवेदन कर सकता है।
  • अगर आप भविष्य में दरोगा के सपने देख रहे हैं, तो आपको पहले 12वीं कक्षा को पास करना होगा। आप किसी भी विषय से पास किए होंगे, यह जरूरी नहीं है उसके बाद आपको Graduation कंप्लीट करना होगा।
  • 11th कक्षा में आपको NCC भी join कर लेनी चाहिए, जो आपको sub-inspector बनने में मदद करेगा।
  • क्योंकि NCC ज्वाइन करने में आपको फिजिकल टेस्ट में काफी मददगार मिलता है। उसके बाद आप इसी मान्यता प्राप्त University से ग्रेजुएशन कंप्लीट कर लेना चाहिए‌। उसके बाद आप सब इंस्पेक्टर अर्थात उप निरीक्षक की तैयारी कर सकते हैं।

बारहवीं के बाद दरोगा बनने के लिए उम्र

  • इसके साथ-साथ इसमें आयु सीमा की भी छूट दी जाती है, जो आयु सीमा 21 वर्ष से 28 वर्ष के अंतर्गत होनी चाहिए।
  • दरोगा उम्मीदवारों को श्रेणी के हिसाब अर्थात् OBC वालों को 3 वर्ष और SC/SC वालों को 5 वर्ष की छूट दी जाती है।

12वीं के बाद दरोगा बनने के लिए दस्तावेज 

Daroga Ka Exam उत्तीर्ण करने के बाद डॉक्यूमेंट की जरूरत होती है, उसके बाद Documents Verification होता है। इसके लिए जाने डॉक्यूमेंट कौन-कौन से लगते हैं।

  • High/inter की certificate
  • Graduation/डिप्लोमा की मार्कशीट
  • जाति प्रमाण पत्र
  • आय प्रमाण पत्र
  • स्थायी निवास पत्र
  • चरित्र प्रमाण पत्र
  • 10 फोटो
  • आधार कार्ड

12वीं के बाद दरोगा कैसे बनें?

अगर आप 12वीं की परीक्षा पास करने के बाद दरोगा बनना चाहते हैं। तो आपको सबसे पहले 12वीं के बाद किसी विश्वविद्यालय से BA/B.sc/B.com आदि कोई बैचलर डिग्री प्राप्त करना होगा। इसके बाद निम्न प्रक्रिया को फॉलो करें-

दारोगा पद के लिए आवेदन करें?

ग्रेजुएशन कंप्लीट करने के बाद आप राज्य सरकार/state government/केंद्र सरकार prime minister द्वारा निकाली गई वैकेंसी का आप फॉर्म आवेदन कर सकते हैं।

जिसके लिए आपको आफिशियल वेबसाइट तथा अन्य बेबसाइट द्वारा जांच करते रहना होगा। जब सरकार द्वारा भर्ती आई है, तो आप दरोगा के फॉर्म आवेदन कर सकते हैं।

दरोगा का एग्जाम कैसे होता है?

Daroga Application Form Apply करने के बाद परीक्षा तिथि निर्धारित की जाएगी जो लिखित परीक्षा होगी। परीक्षा के कुछ दिन पहले प्रवेश पत्र (admit card) मिलेगा, जो आपको परीक्षा के दौरान अपने पास रखना होगा।

दरोगा बनने के लिए आपको लिखित परीक्षा देनी होगी जिसमें सामान्य हिंदी (Hindi), सामान्य ज्ञान (general knowledge), संख्यात्मक और मानसिक क्षमता, आईक्यू लेवल/ रीजनिंग/ मानसिक योग्यता आदि विषयों से पूछे जाते हैं। जिसमें 400 का पूरा नंबर होता है, 160 प्रश्न पूछे जाते हैं और समय 2 घंटे का दिया जाता है।

बिषयप्रश्नकुल नंबर
सामान्य हिंदी (Hindi)40100
सामान्य ज्ञान (general knowledge)40100
संख्यात्मक और मानसिक क्षमता40100
आईक्यू/ रीजनिंग/ मानसिक योग्यता40100
Total160 Question400 No.

दरोगा बनने के लिए शारीरिक मानक परीक्षण

दरोगा में चयनित होने के लिए शारीरिक मानक परीक्षण लगभग सभी राज्य में समान होता है। जिसमें छाती (Chest), लंबाई (Height), वजन (weight) की माप ली जाती है।

दरोगा बनने के लिए कितनी हाइट चाहिए?

  • पुरुष उम्मीदवार General/OBC/SC की लंबाई 168 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
  • जबकि पुरुष उम्मीदवार ST वालों की लंबाई 160 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
  • महिला उम्मीदवार General/OBS/SC वालों के लिए 147 सेंटीमीटर होनी चाहिए।
वर्गपुरुषमहिला
General/OBC/SC168 cm147 cm
ST160 cm– – –

छाती (Chest)

  • पुरुष (F) उम्मीदवार General/OBC/SC वालों के लिए 79 सेंटीमीटर होना चाहिए। छाती फूलने के बाद 5 सेंटीमीटर का पुलाव यानि 84 cm होना चाहिए।
  • पुरुष उम्मीदवार ST वालों के लिए छाती 77 सेंटीमीटर होनी चाहिए और छाती फूलने के बाद 5 सेंटीमीटर का पुलाव यानि 82 cm होना चाहिए।

वजन (Weight)

  • पुरुष श्रेणी के लिए 45 किलोग्राम का वजन होना चाहिए।
  • महिला श्रेणी के लिए 40 किलोग्राम का वजन मान्य है।

चिकित्सक जॉच (Medical Test)

  • मेडिकल टेस्ट में अभ्यर्थी को शारीरिक रूप से स्वस्थ होना चाहिए।
  • उसको किसी प्रकार के रोगों से ग्रसित नहीं होना चाहिए।
  • अभ्यर्थी को मानसिक दक्षता में पूर्ण रूप से समान होना चाहिए।
  • उम्मीदवार की आंख की दृष्टि 6/6 होनी चाहिए।
  • घटना सत्या सपाट नहीं होना चाहिए, बोलने में हकलाना या दिव्यांगता जैसी समस्या नहीं होनी चाहिए।
  • Colour Blindness नहीं चाहिए, इससे इनको रात में ड्यूटी करने में समस्या होती है और रंगों का सही जांच /पहचान नहीं कर पाते।
  • अगर चश्मा लगाने जैसी समस्या हो, तो वहां की जांच कर लेनी चाहिए और चश्मा उतार देने वाली जैसी स्थिति में हो जाना चाहिए।

डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन

मेडिकल टेस्ट होने के बाद आपका डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन किया जाता है। दरोगा का आवेदन फॉर्म भरते समय आपने जिन दस्तावेजों को संलग्न किया था। उन सभी दस्तावेजों को अधिकारियों द्वारा सत्यापन किया जाएगा। दस्तावेज का सत्यापन होने के बाद मेरिट लिस्ट तैयार की जाती है, जिसके आधार पर उम्मीदवार को दारोगा पद के लिए भर्ती किया जाता है।

दरोगा के लिए ट्रेनिंग प्रक्रिया

मेरिट लिस्ट में नाम आने के बाद आपको दारोगा पद के लिए भर्ती कर लिया जाता है। इसके बाद चयनित उम्मीदवार का 6 महीने से 1 साल तक ट्रेनिंग चलती है। जिसमें संब इंस्पेक्टर से जुड़े कार्य, दिशा निर्देश, थाने से संबंधित कार्यभार, मामले को निपटने का कला कौशल, बंदूक चलाना आदि का Training दिया जाता है।

दरोगा का कार्यभार ग्रहण करें.

ट्रेनिंग की प्रक्रिया कंप्लीट होने के बाद चयनित उम्मीदवार को दरोगा का कार्यभार सौंप दिया जाता है। ग्रामीण अथवा शहरी क्षेत्र के जिन थाने में दरोगा का कार्यभार सौंपा जाता है। वहां अब मामले का निपटारा करना, क्षेत्र में हो रहे अपराधों को कम करना आदि की जिम्मेदारी दरोगा की हो जाती है।

दरोगा की सैलरी

अगर हम Daroga Ke Salary की बात करें अर्थात दरोगा की एक माह का वेतन 34,000 से 93,000 तक होती है। दरोगा का वेतन अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग दिया जाता है। अगर आप दरोगा के बनने का सपना देख रहे हैं तो यह एक अच्छी सोच है और इनका इनकम आय अधिक होता है और गवर्नमेंट द्वारा अन्य सुविधाएं भी प्रदान की जाती है।

कांस्टेबल से सब इंस्पेक्टर कैसे बनें?

  • पुलिस कांस्टेबल में भर्ती हो जाने के बाद भी लोगों का सपना होता है, कि हम अपने पद से और ऊंचे पद पर जाए यानि पुलिस कांस्टेबल से Sub Inspector जैसी भर्ती में चयनित हो जाए।
  • इसके लिए आपके पास पहले से सारे डॉक्यूमेंट तो मौजूद ही रहते हैं। अगर आप 10वीं और 12वीं तक ही पढ़ें हैं तो इसके लिए आपको ग्रेजुएशन भी कंप्लीट करना होगा और उसके बाद ही दरोगा फॉर्म का आवेदन कर सकते हैं।
  • आपके पास सारे डॉक्यूमेंट उपस्थित हो जाने के बाद आप सिर्फ अपनी तैयारी ज्यादा करेंगे।
  • दरोगा भर्ती का फॉर्म आवेदन करके सारे परीक्षाएं जैसे लिखित परीक्षा, मेडिकल टेस्ट, फिजिकल टेस्ट सभी टेस्ट पास करने के बाद अब दरोगा यानी कि अपने ऊंचे पद उप निरीक्षक में चयनित हो जाएंगे।
  • दरोगा के वर्दी पर जो तीन स्टार लगे होते हैं, वह दरोगा यानी कि सब इंस्पेक्टर की पहचान होती है।
  • जबकि पुलिस कांस्टेबल में हर पुलिस के कंधे पर स्टार नहीं होता है। अगर हर पुलिस के कंधे पर स्टार हो तो हम दरोगा की पहचान नहीं कर पाएंगे।
  • 3 Star⭐ दरोगा की असली पहचान होती है, जिसे हम देखकर पता लगा सकते हैं कि दरोगा और कांस्टेबल है।

FAQs

1. 12वीं के बाद दरोगा की तैयारी कैसे करें?

12वीं पास करने के बाद आपको सबसे पहले किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन पूरा करना होगा। तत्पश्चात आप दरोगा की तैयारी कर सकते हैं। दरोगा की तैयारी के लिए आप इलाहाबाद, लखनऊ जैसे शहर में जाकर कोचिंग कर सकते हैं या घर बैठे Online Classes जॉइन करके दरोगा की तैयारी कर सकते हैं।

2. दरोगा का वेतन कितना है?

दरोगा की सैलरी 34,000 से 93,000 रुपए के बीच होता हैं।

3. दरोगा बनने के लिए कितनी हाइट होनी चाहिए?

पुरुष उम्मीदवार General/OBC/SC की लंबाई 168 सेंटीमीटर, पुरुष उम्मीदवार ST वालों की लंबाई 160 सेंटीमीटर, महिला उम्मीदवार General/OBS/SC वालों के लिए 147 सेंटीमीटर होनी चाहिए।

4. दरोगा बनने के लिए कितना पढ़ाई चाहिए?

दरोगा बनने के लिए किसी भी उम्मीदवार का हाई स्कूल, इंटरमीडिएट, ग्रेजुएशन पूरा होना चाहिए। इसके बाद ही आप दारोगा पद के लिए आवेदन कर सकते हैं।

5. दरोगा की उम्र कितनी होनी चाहिए?

दरोगा के लिए उम्र सीमा 21 वर्ष से 28 वर्ष निर्धारित किया गया है। लेकिन दरोगा उम्मीदवारों को श्रेणी के हिसाब अर्थात् OBC वालों को 3 वर्ष और SC/SC वालों को 5 वर्ष की छूट दी जाती है।

6. दरोगा के पेपर में कौन-कौन से सब्जेक्ट आते हैं?

दरोगा के पेपर में कुल 4 सब्जेक्ट से क्वेश्चन पूछे जाते हैं 400 नंबर का। समान्य हिंदी का 40 प्रश्न 100 नंबर का, संविधान/मूलविध/सामान्य ज्ञान का 40 प्रश्न 100 नंबर का, रीजनिंग का 40 प्रश्न 100 नंबर का, गणित का 40 प्रश्न 100 नंबर का।

7. दरोगा का फुल फॉर्म क्या है?

Daroga Full Form नहीं होता है। दरोगा को इंग्लिश में Sub Inspector कहते हैं, तथा हिंदी में पुलिस उप निरीक्षक कहते है।

8. थाने का सबसे छोटा कर्मचारी कौन होता है?

थाने का सबसे छोटा कर्मचारी यानी छोटा पद पुलिस कांस्टेबल का होता है। पहचान के तौर पर पुलिस कांस्टेबल के कंधे पर सिर्फ एक काली पट्टी लगी होती है।

इसे भी पढ़ें 👇

कोबरा कमांडो कैसे बनें
बिना पैसे के अमीर कैसे बनें
12वीं के बाद लोको पायलट कैसे बनें
साइकोलाजी डाक्टर कैसे बनें
स्कूल अथवा कालेज प्रिंसिपल कैसे बनें
आर्ट सब्जेक्ट से डाक्टर कैसे बनें
GNM के बाद डाक्टर कैसे बनें
आंगनवाडी कार्यकर्ता कैसे बनें
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now

Leave a Comment