जब से भारत देश में कोरोनावायरस शुरू हुआ है ना जाने कितने लोगों ने अपनों को खोया है। न जाने कितने बच्चे अनाथ हो गए उनके माता-पिता इस कोरोना संक्रमण की वजह से चल बसे। ऐसी अनाथ बच्चों के लिए उत्तराखंड सरकार ने Mukhyamantri Vatsalya Yojana Uttrakhand की शुरुआत की है।
तो चलिए दोस्तों आज किस आर्टिकल में हम जान लेते हैं, कि Mukhyamantri Vatsalya Yojana Uttrakhand क्या है, पात्रता, दस्तावेज, तथा इसके लिए आवेदन कैसे कर सकते हैं।
Mukhyamantri Vatsalya Yojana Uttrakhand
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत ने कोरोना कॉल के दौरान अनाथ हो चुके बच्चे यानी जिन बच्चों के माता-पिता इस कोरोना वायरस की वजह से मर गए हैं। ऐसे अनाथ बच्चों के लिए उत्तराखंड मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना की शुरुआत की है, इस योजना के अंतर्गत ऐसे अनाथ बच्चों को ₹3000 प्रति माह की आर्थिक मदद दी जाएगी। यह आर्थिक मदद बच्चे के 21 बर्ष होने की आयु तक प्रदान की जाएगी। जिससे कि वह ठीक से अपना जीवन यापन और पढ़ाई कर सकें, यह पैसा बालक के सीधे बैंक अकाउंट में ट्रांसफर की जाएगी।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना की शुरुआत
Mukhyamantri Vatsalya Yojana Uttrakhand के लिए 9 जून 2021 को कैबिनेट में प्रस्ताव रखा गया था, जिस पर 13 जून 2021 को इस योजना का शासनादेश जारी किया जा चुका है। मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना को 1 मार्च 2020 से 30 मार्च 2022 तक लागू किया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत मार्च 2020 के बाद कोरोना वायरस से जिन बच्चों के माता-पिता मर गए हैं, ऐसे बच्चों को 21 साल तक हर महीने 3000 रुपए की आर्थिक मदद दी जाएगी।
इस योजना के अंतर्गत ऐसे बच्चों को लाभ दिया जाएगा, जिनके माता-पिता या दोनों में से कोई एक इस कोरोना वायरस की वजह से मर गया है। इसके अलावा ऐसे बच्चों की देखभाल, आवास, चल अचल संपत्ति आदि का संरक्षण भी इस योजना के माध्यम से प्रदान किया जाएगा। उत्तराखंड राज्यपाल की ओर से इस योजना का मंजूरी मिल गई है, और जल्द इस योजना को कार्यान्वित करने के लिए दिशानिर्देश जारी किए जाएंगे।
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना के अंतर्गत मिलने वाला लाभ
जैसा कि आप जानते हैं भारत देश में कोरोना वायरस की वजह से कितने बच्चे अनाथ हो गए हैं। उनके माता पिता इस कोरोना वायरस की वजह से इस दुनिया से चल बसे, ऐसे अनाथ बच्चों के लिए Utterakhand Mukhyamantri Vatsalya Yojana के अंतर्गत ₹3000 की हर महीने आर्थिक मदद दी जाएगी। इसके साथ उनकी शिक्षा और रोजगार प्राप्त करने में सहायता की जाएगी।
ऐसे अनाथ बच्चों को रोजगार प्राप्त करने के लिए सरकारी नौकरी में 5% का आरक्षण भी दिया जाएगा। इसके अलावा ऐसे बच्चो को अपनी पैतृक संपत्ति बेचने से संबंधित कुछ नियम भी रखे गए हैं, जब तक बच्चा वयस्क नहीं हो जाता है, तब तक उसकी पैतृक संपत्ति बेचने को किसी को अधिकार नहीं है।
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना उत्तराखंड का उद्देश्य
यह योजना ऐसे अनाथ बच्चों के लिए शुरू किया गया है जिनके माता-पिता इस कोरोना वायरस के दौरान अपनी जान गवा दी हैं। इसलिए अब इस योजना के अंतर्गत ऐसे बच्चों को हर महीने ₹3000 की आर्थिक मदद 21 वर्ष तक हो जाने तक दी जाएगी। तथा इसके साथ-साथ रोजगार और शिक्षा से संबंधित इनकी सहायता की जाएगी। ताकि ऐसे बच्चे खुद को अनाथ महसूस ना कर सके, और वे जीवन में आगे बढ़ सके और खुद आत्मनिर्भर बन सकें।
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना उत्तराखंड विशेषताएं
- उत्तराखंड मुख्यमंत्री श्री तीरथ सिंह रावत द्वारा इस योजना को अनाथ बच्चों को आर्थिक मदद देने के लिए शुरू किया गया है।
- इस योजना के अंतर्गत ऐसे अनाथ बच्चों की मदद की जाएगी जिनके माता-पिता कोरोना काल के दौरान अपनी जान गवा दी है।
- Mukhyamantri Vatsalya Yojana के अंतर्गत इन अनाथ बच्चों को ₹3000 हर महीने 21 वर्ष तक हो जाने तक दी जाएगी।
- यह पैसा उनके बैंक अकाउंट में सीधे ट्रांसफर की जाएगी।
- ऐसे अनाथ बच्चों को इस योजना के अंतर्गत रोजगार और शिक्षा प्रदान करने में सहायता दी जाएगी।
- ऐसे अनाथ बच्चों को सरकारी नौकरियों में 5% का आरक्षण दिया जाएगा।
- ऐसे अनाथ बच्चे की पैतृक संपत्ति इनके व्यस्क होने तक और कोई नहीं बेच सकता हैं।
- ऐसे अनाथ बच्चों को Mukhyamantri Vatsalya Yojana Utterakhand के अंतर्गत रोजगार से संबंधित प्रशिक्षण भी प्रदान की करने की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्यमंत्री वात्सल्य योजना उत्तराखंड आवेदन प्रकिया
दोस्तों अगर आप भी Mukhyamantri Vatsalya Yojana Utterakhand का लाभ उठाना चाहते हैं, तो अभी आपको कुछ समय के लिए इंतजार करना पड़ेगा, क्योंकि अभी इस योजना की घोषणा की गई है। लेकिन उम्मीद है जल्दी ही इस योजना के अंतर्गत आवेदन करने की प्रक्रिया भी शुरू कर दी जाएगी। जैसे ही इस योजना के आवेदन करने की प्रक्रिया शुरू होगी, हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से तुरंत अवगत करा देंगे।
Mukhyamantri Vatsalya Yojana Utterakhand के लिए पात्रता
- आवेदक उत्तराखंड का निवासी होना चाहिए।
- आवेदन करने वाले व्यक्ति का किसी भी बैंक में खाता होना चाहिए।
- आवेदक के माता-पिता कोरोना वायरस की वजह से अपनी जान गवा चुके हों।
Mukhyamantri Vatsalya Yojana के लिए दस्तावेज
- माता पिता का मृत्यु प्रमाण पत्र
- मोबाइल नंबर
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- जन्म प्रमाण पत्र
- बैंक पासबुक
इसे भी पढ़ें 👇
इस लेख को शिवानी यादव ने लिखा है। जो modi-yojana.com में मुख्य संपादक के रूप में कार्यरत हैं। शिवानी यादव ने हिंदी बिषय से B.A. और M.A. की है। इसके बाद लेखन क्षेत्र को अपना कैरियर बनाया। लेखन क्षेत्र में इनके पास 5 साल का अनुभव हैं। modi-yojana.com के संपादक, लेखक, के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें।