दोस्तों जैसा कि आप जानते हैं आज के समय में व्यक्तियों का जीवन बीमा किया जाता है, जिस व्यक्ति का जीवन बीमा हुआ है। उस व्यक्ति की मृत्यु के बाद एक निश्चित धनराशि बीमा कंपनी की तरफ से व्यक्ति के परिवार को दी जाती है। इसी प्रकार से आज के समय में बीमा कंपनियों द्वारा पशु बीमा किया जाता है। पशु बीमा कंपनी द्वारा पशु बीमा एजेंट की नौकरी निकाली जाती है, आज के आर्टिकल में इसीलिए हम जानने वाले हैं Pashu Bima Agent Kaise Bane. बीमा कंपनी से जुड़कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
इसके अलावा भारत के विभिन्न राज्यों द्वारा भी किसान की आय में वृद्धि करने के लिए राज्य सरकार द्वारा पशु बीमा योजना चलाई जा रही है। Pashu Bima Yojana के अंतर्गत पशु बीमा कंपनी के द्वारा किसान अपने पशुओं का बीमा करवा सकते हैं।
दोस्तों अगर आप Pashu Bima Agent बनना चाहते हैं, तो पशु बीमा कंपनी तथा पशु बीमा योजना से जुड़कर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। आज के आर्टिकल में हम आपको पशु बीमा एजेंट बनने की प्रक्रिया, योग्यता, दस्तावेज, बीमा एजेंट का कमीशन आदि के बारे में विस्तार से बताने वाले हैं। इस प्रोफेशन में आप अपने ही क्षेत्र में पैसा कमा के अपने परिवार के साथ रह सकते हैं।
पशु बीमा एजेंट बनने के लिए योग्यता
- Pashu Bima Agent बनने के लिए व्यक्ति का हाई स्कूल या 12वीं पास होना आवश्यक है। इसके अलावा संबंधित बीमा कंपनी द्वारा निर्धारित की गई योग्यता होनी चाहिए।
- बीमा एजेंट बनने के लिए बीमा कंपनी द्वारा निर्धारित किए गए नियम तथा पशु बीमा नियमों की जानकारी होनी चाहिए।
- आवेदक के पास कम्युनिकेशन स्किल होनी चाहिए। ताकि वह पशु मालिक को पशु बीमा करने के फायदे समझकर पशुओं का बीमा कर सके।
एजेंट बनने के लिए पशु बीमा नियमों की जानकारी
उम्मीदवार का चयन होने के बाद Pashu Bima Company द्वारा उम्मीदवार को कुछ दिनों का प्रशिक्षण दिया जाता है।
पशु बीमा प्रशिक्षण के अंतर्गत उम्मीदवार को किन पशुओं का बीमा किया जाता है, किन पशुओं की बीमा की प्रीमियम राशि कितनी है। आदि के बारे में जानकारी दी जाती है।
पशुओं का बीमा करने से पहले पशु का चिकित्सक द्वारा जांच की जाती है, यदि पशु पूर्ण रूप से स्वस्थ है, तभी पशु का बीमा किया जाता है। बीमा कंपनी द्वारा उम्मीदवार को पशुओं की उम्र, स्वास्थ्य संबंधित जानकारी तथा पशुओं के जीवन स्तर के बारे में भी प्रशिक्षण दिया जाता है।
पशु बीमा एजेंट परीक्षा
फाइनल सिलेक्शन करने से पहले बीमा कंपनियों के अधिकारियों द्वारा पशु बीमा से संबंधित परीक्षा आयोजित की जाती है। जिसमें उम्मीदवार को कंपनी द्वारा निर्धारित किया गया न्यूनतम उत्तीर्ण अंक प्राप्त करना अनिवार्य होता है।
पशु बीमा परीक्षा में प्राप्त अंकों के आधार पर यह निश्चित किया जाता है कि उम्मीदवार में कितनी दक्षता है। या उम्मीदवार पशु बीमा कंपनी के नियम और शर्तों के अधीन कितना अच्छी तरह से पशु बीमा करने में मददगार होगा।
पशु बीमा एजेंट के कार्य
पशु बीमा क्षेत्र से संबंधित निम्नलिखित कार्य करने पड़ते हैं। जो इस प्रकार हैं-
पशुपालक से संपर्क करना
एक एजेंट को अच्छी कमाई करने के लिए तथा बीमा कंपनी की प्रगति को बढ़ाने के लिए निरंतर पशुपालक से संपर्क करना पड़ता है। पशुपालक से पशुओं का बीमा करवाने तथा पशु बीमा प्रीमियम समय पर भरने का आग्रह करना पड़ता है।
पशु एजेंट को हमेशा पशुपालक के पालतू और महंगे पशुओं पर विशेष ध्यान देना चाहिए। क्योंकि पशुपालक पालतू जानवर और महंगे जानवर का अवश्य बीमा करवाने के लिए राजी हो जाते हैं। इसके अलावा महंगे पशु और पालतू जानवर में प्रीमियम राशि भी ज्यादा मिलता है। अच्छी प्रीमियम राशि वाला पशु बीमा करके आप बीमा एजेंट का कमीशन और बोनस प्राप्त कर सकते हैं।
महंगे पशु और पालतू पशुओं का बीमा करवाना पशुपालक लाभदायक समझते हैं। क्योंकि थोड़ा अधिक प्रीमियम राशि पर उन्हें पशु बीमा रिस्क कवर मिल जाता है। आज के समय में पशुपालक महंगे पशु खरीद कर पैसा कमाना चाहते हैं, लेकिन महंगे पशु खरीदने के साथ-साथ जोखिम से भी बचाना चाहते हैं। क्योंकि महंगे पशु की मृत्यु के बाद पशुपालक को ज्यादा नुकसान उठाना पड़ता है। यही वजह है पशुपालक पालतू पशु और महंगे पशुओं का बीमा करवाने के लिए जल्दी राजी हो जाते है।
पशु बीमा करने के लिए पशुओं की जानकारी जुटाना
पशु बीमा करने के लिए Animal Policy Agent के पास पशु की स्वास्थ्य संबंधित तथा उम्र संबंधित जानकारी अवश्य होनी चाहिए। क्योंकि पशुओं के स्वास्थ्य तथा उम्र के आधार पर ही बीमा राशि निर्धारित की जाती है। इसलिए पशु एजेंट को पशुओं के स्वास्थ्य संबंधित और आयु संबंधित जानकारी प्राप्त करने के बाद ही पशु बीमा करने की कार्यवाही शुरू करनी चाहिए।
पशु बीमा करते समय एजेंट को चाहिए कि वह पशुओं के स्वास्थ्य संबंधित जानकारी किसी सरकारी पशु चिकित्सक से प्रमाणित करवा लेना चाहिए। इसके अलावा पशु का पशु मालिक के साथ एक फोटो खिंचवा कर फाइल तैयार कर लेना चाहिए। जिसमें पशु और पशु पालक के बारे में पूरा विवरण अंकित हो, जैसे : पशु का स्वास्थ्य, पशु का उम्र, पशु की नस्ल आदि।
पशु बीमा हो जाने के बाद यदि पशु की मृत्यु होती है, तो पशुपालक को पशु के बाजार दर के अनुसार क्लेम का राशि किया जाएगा। जो इस बात पर निर्भर करती है कि मरने से पहले स्वस्थ पशु की कीमत कितनी रही होगी।
सरकारी पशु बीमा योजना
केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा पशुपालकों के लिए समय-समय पर पशु बीमा योजना चलाई जा रही है। जिसका प्रीमियम राशि की कुछ राशि केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा भुगतान किया जाता है। हालांकि कुछ राज्यों में पशुपालक को पशु बीमा के लिए एक भी पैसा प्रीमियम राशि के रूप में नहीं देना पड़ता है। प्रीमियम राशि का कुल अंश केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा वहन किया जाता है।
इसलिए आप अपने राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही पशु बीमा योजना के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। और पशु बीमा योजना के बारे में पशुपालकों को विस्तृत जानकारी बता सकते हैं। पशु की नस्ल के आधार पर कीमत और प्रीमियम राशि कितना आएगा आदि जानकारी पशुपालक को बता सकते हैं।
कुछ राज्यों में पशुधन बीमा योजना सरकार द्वारा बिल्कुल फ्री चलाया जा रहा है। ऐसे में आप पशु बीमा एजेंट बनकर ज्यादा से ज्यादा पशुओं का बीमा कर सकते हैं। क्योंकि पशुपालक फ्री पशुधन बीमा योजना का लाभ अवश्य लेंगे। सरकार द्वारा चलाई जा रही पशुधन बीमा योजना का कार्य प्राइवेट एजेंट को कमीशन के आधार पर दिया जाता है। इसलिए आप भी बीमा एजेंट बनकर अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
पशु बीमा एजेंट कैसे बनें?
आप शहरी क्षेत्र और ग्रामीण क्षेत्र दोनों जगह पर पशु बीमा करने का कार्य कर सकते हैं। क्योंकि पशुपालन व्यवसाय शहरी और ग्रामीण क्षेत्र दोनों में किया जाता है।
एनिमल इंश्योरेंस कंपनी शहरी के लिए
पशु बीमा एजेंट बनने के लिए आप एनिमल इंश्योरेंस कंपनी की ऑफिशल वेबसाइट पर जाकर आवेदन कर सकते है। ऑफिशियल वेबसाइट पर निर्धारित योग्यता, नियम और शर्तों आदि की जानकारी दी गई होती है।
कुछ बीमा कंपनियों द्वारा पशुओं की मृत्यु होने के अलावा पशुओं के बीमार होने पर उनके इलाज और सर्जरी के लिए पैसे का भुगतान किया जाता है। बजाज आलियांज जनरल इंश्योरेंस कंपनी द्वारा खास तौर पर पालतू कुत्तों के लिए उनके सर्जरी और हॉस्पिटलाइजेशन के लिए पेट डॉग इंश्योरेंस पॉलिसी की जाती है।
पशु बीमा कंपनी ग्रामीण के लिए
जिस प्रकार से ग्रामीण क्षेत्रों में गाय, भैंस, घोड़ा आदि जानवरों का बीमा किया जाता हैI उसी प्रकार से शहरी क्षेत्र में ज्यादातर पालतू जानवर जैसे: कुत्ता, विभिन्न नस्ल के जानवर आदि का बीमा किया जाता हैI ग्रामीण क्षेत्रों में पशु एजेंट का कमीशन अलग होता है, जबकि शहरी क्षेत्र में एजेंट का कमीशन अलग निर्धारित होता हैI इसलिए ग्रामीण क्षेत्र अथवा शहरी क्षेत्र में एजेंट बनने से पहले बीमा कंपनी के नियम और शर्तों को अच्छी तरह समझे और इसका लाभ उठाएंI आप पशु बीमा कंपनी तथा बैंक की बीमा पॉलिसी के अंतर्गत यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि पशु बीमा एजेंट कैसे बने?
बीमा एजेंट बनने के लिए क्या करें?
इसके लिए शैक्षणिक योग्यता 12वीं पास तथा ग्रामीण क्षेत्रों में दसवीं पास करना अनिवार्य है। इसके अलावा उम्मीदवार को भारत का नागरिक होने के साथ-साथ 18 वर्ष के ऊपर होना अनिवार्य है। उम्मीदवार विभिन्न प्रकार के पशु बीमा कंपनियां से ऑनलाइन अथवा ऑफलाइन तरीके से आवेदन कर सकते हैं।
इसके अलावा बहुत से प्राइवेट पशु बीमा कंपनी तथा प्राइवेट बैंक बीमा कार्य के क्षेत्र में उतर रहे हैं। आप कंपनी के ऑफिसियल वेबसाइट पर जाकर पशु बीमा एजेंट के लिए आवेदन कर सकते हैं। प्राइवेट बैंक जैसे एचडीएफसी बैंक तथा अन्य बैंक भी पशु पालन लोन के साथ साथ पालतू पशुओं का बीमा करते हैं, जैसे कुत्ता हाथी आदि, जो कि शहरी क्षेत्र में पाए जाते हैं। पर्यटन वाले क्षेत्र में पशुपालक अपने पशु हाथी, घोड़े आदि का बीमा करवाते हैं।
हालांकि अभी भी ग्रामीण और शहरी क्षेत्र में पशुपालक पशु बीमा को लेकर जागरूक नहीं है। आप बीमा कंपनी के नियम और शर्तों को पशुपालक को अच्छे से समझा सकते हैं। और उनके पशुओं का बीमा करके बीमा कंपनी द्वारा अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
पशु बीमा एजेंट बनने के लिए दस्तावेज
प्रत्येक बीमा कंपनी द्वारा Pashu Bima Agent बनने के लिए अलग-अलग नियम शर्त और योग्यता निर्धारित किया गया है। लेकिन आपके पास निम्न दस्तावेज अवश्य होना चाहिए।
- दसवीं अंक तालिका
- 12वीं अंक तालिका
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- राशन कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
- आईआरडीए द्वारा प्राप्त बीमा विषयक प्रशिक्षण
- निवास प्रमाण पत्र
- पासपोर्ट साइज फोटो
- अन्य प्रशिक्षण योग्यता
पशु बीमा संबंधित प्रश्नोंत्तर
1. पशु बीमा कितने का होता है?
2. भैंस का बीमा कितने रुपए में होता है?
3. गाय भैंस का बीमा कैसे करें?
4. बकरियों का बीमा कैसे होता है?
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इस लेख को सतगुरु कुमार ने लिखा है। जो modi-yojana.com में मुख्य लेखक के रूप में कार्यरत हैं। सतगुरु कुमार ने हिंदी बिषय से B.A. तथा M.A. कर चुके हैं। फाइनेंस और शिक्षा करियर के क्षेत्र में 4 साल का लेखन का अनुभव है। modi-yojana.com के संपादक, लेखक, के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें।