यदि मध्यप्रदेश का कोई भी नागरिक अपना खुद का व्यवसाय शुरू करना चाहता है, तो मध्य प्रदेश सरकार द्वारा एमपी कड़कनाथ मुर्गी पालन योजना शुरू की गई है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश का कोई भी व्यक्ति मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू कर सकता है और अच्छा मुनाफा कमा सकता है। चलिए आज के आर्टिकल में हम MP Kadaknath Murgi Palan Yojana से जुड़ी हुई सभी जानकारी जैसे : आवेदन प्रक्रिया, पात्रता, दस्तावेज, कमाई आदि के बारे में जानते हैं।
इस योजना के अंतर्गत मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू करने वाले लोगों को मध्य प्रदेश सरकार द्वारा आर्थिक सहायता दी जाएगी। यदि कोई मध्यप्रदेश का नागरिक मुर्गी फार्म खोलता है, तो उसे राज्य सरकार द्वारा ₹2600 से लेकर ₹4400 तक की राशि दी जाती है।
मध्य प्रदेश के रहने वाले ऐसे नागरिक जो बेरोजगार हैं या फिर ऐसे नागरिक जो पढ़ लिखकर नौकरी करने के बजाय अपना खुद का व्यवसाय स्थापित करना चाहते हैं। उनके लिए यह योजना एक लाभकारी योजना सिद्ध होगी। क्योंकि इस योजना की मदद से अपना खुद का व्यवसाय सरकार द्वारा दी जाने वाली आर्थिक मदद से शुरू कर सकते हैं।
एमपी कड़कनाथ मुर्गी पालन योजना क्या है?
मध्य प्रदेश द्वारा अपने राज्य में रहने वाले बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए, इसके अलावा ऐसे युवक जो अपना खुद का रोजगार शुरू करना चाहते हैं। उन्हें आर्थिक सहायता देने के लिए कड़कनाथ मुर्गी पालन शुरू की हुई है। इस योजना का संचालन पशुपालन एवं डेयरी विभाग मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किया जाता है।
Madhya Pradesh Kadaknath Murgi Palan Yojana के अंतर्गत आवेदन करने वाले लाभार्थी को 40 चूजों के लिए 4400 रुपए की धनराशि सहायता दी जाएगी। ताकि लाभार्थी 40 चीजों के साथ अपना मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू कर सकें। आवेदक को मिलने वाला सहायता धनराशि सीधे उनके Bank Account में ट्रांसफर की जाएगी। इस योजना के शुरू होने से मध्यप्रदेश राज्य में बेरोजगारी में कमी आएगी, इसके अलावा राज्य का विकास भी होगा।
मध्य प्रदेश के किसी भी क्षेत्र का रहने वाला नागरिक इस योजना के लिए आवेदन कर सकता है। अगर उसके पास कोई रोजगार नहीं है, उसके ग्रामीण क्षेत्र का विकास नहीं हुआ है। तो वह योजना के अंतर्गत आवेदन कर सकता है और 40 चूजों से अपना मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू कर सकता है।
MP Kadaknath Murgi Palan Yojana (Highlight)
आर्टिकल का नाम | मध्य प्रदेश कड़कनाथ मुर्गी पालन योजना |
राज्य | मध्य प्रदेश |
विभाग | पशुपालन एवं डेयरी विभाग मध्य प्रदेश |
लाभार्थी | राज्य के नागरिक |
उद्देश्य | राज्य के नागरिकों को रोजगार का अवसर प्रदान करना |
ऑफिसियल वेबसाइट | mpdah.gov.in |
हेल्पलाइन नंबर | 07552772262 |
योजना के लिए लोन कितना मिलेगा?
अगर मध्य प्रदेश का रहने वाला कोई भी व्यक्ति पोल्ट्री फार्मिंग का बिजनेस शुरू करना चाहता है। तो वह भारतीय स्टेट बैंक से लगभग ₹300000 से लेकर ₹900000 तक का लोन ले सकता है। योजना के तहत लोन लेने पर लोन की धनराशि 5 वर्ष तक भर सकते हैं।
इसके अलावा इस योजना के अंतर्गत लोन की राशि केवल पोल्ट्री फार्म के लिए उपयोग कर सकते हैं। मुर्गी पालन के लिए बैंक से लिए गए लोन का 75% राशि मध्य प्रदेश सरकार द्वारा दी जाती है, इसके अतिरिक्त होने वाले खर्च खुद मुर्गी पालन व्यवसायी का होता है।
मुर्गी पालन व्यवसाय करने में कितना खर्च आता है?
अगर आप भी मध्य प्रदेश सरकार द्वारा चलाई जा रही कड़कनाथ मुर्गी पालन के अंतर्गत मुर्गी फार्म खोलने के इच्छुक है। तो आपके पास सबसे पहले उपर्युक्त जमीन होनी चाहिए, जिस पर आप पोल्ट्री फार्मिंग बनवाना चाहते हैं। हालांकि अगर आपके पास जमीन नहीं है, तो आप किराए पर भी दूसरे की जमीन ले सकते हैं।
इसके अलावा मुर्गी फार्म पर पानी की अच्छी सुविधा, लाइट की अच्छी व्यवस्था, मुर्गी के लिए दाना की व्यवस्था आदि होनी चाहिए। जैसे मान लीजिए अगर आप 30 से 40 मुर्गियों का एक फार्म खोलना चाहते हैं। तो आपके पास 2 से ढाई लाख रुपए का लागत होना चाहिए, इस योजना के तहत आप चाहे तो बैंक लोन भी ले सकते हैं।
कड़कनाथ मुर्गी पालन MP आवेदन प्रक्रिया
मध्य प्रदेश के रहने वाले जो भी नागरिक इस योजना का लाभ लेना चाहते हैं, उन्हें अपने नजदीकी पशु चिकित्सा अधिकारी के पास जाना होगा। वहां से इस योजना से संबंधित आवेदन फार्म लेना होगा, आवेदन फार्म में पूछे गए सभी जानकारी को भरकर जरूरी दस्तावेजों की फोटो कॉपी संलग्न करने के बाद पशु चिकित्सक अधिकारी के पास जमा कर देना है।
जमा करने के बाद अधिकारी द्वारा आपके आवेदन फार्म की जांच की जाएगी, दस्तावेजों तथा पात्रता ओं की जांच की जाएगी। इसके बाद बैंक द्वारा आपको मुर्गी पालन व्यवसाय के लिए लोन दे दिया जाता है। इस योजना के अंतर्गत मिलने वाली लोन राशि सीधे लाभार्थी के बैंक अकाउंट में Transfer की जाती है।
MP Kadaknath Murgi Palan Yojana के लिए दस्तावेज
अगर आप आवेदन करना चाहते हैं, तो आपके पास नीचे दिए गए निम्नलिखित दस्तावेज अवश्य होना चाहिए-
- मोबाइल नंबर
- वोटर आईडी कार्ड
- आधार कार्ड
- आवेदक की पासपोर्ट साइज फोटो
- जमीन से संबंधित कागजात
- राशन कार्ड
- बैंक पासबुक
अनुदान पर कड़कनाथ चूजे का प्रदाय
क्रं सं. | योजना | विवरण |
1. | उद्देश्य | योजना के अंतर्गत लाभार्थियों के जीवन में आर्थिक सुधार लाना, तथा कड़कनाथ नस्ल की मुर्गियों का संरक्षण एवं संवर्धन हेतु |
2. | योजना | मध्य प्रदेश के सभी जिलों में यह योजना लागू की गई है इस योजना के अंतर्गत बिना किसी लैंगिक भेदभाव के 28 दिनों के लिए 40 चीजों के लिए भोजन, दवा, टीकाकरण, परिवहन का प्रावधान |
3. | हितग्राही | मध्य प्रदेश में खेती किसानी करने वाले किसान भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं |
4. | योजना इकाई | 28 दिवसीय 40 कड़कनाथ चूजे बिना किसी लिंग भेद के |
5. | इकाई लागत | प्रति चूजा मूल्य ₹65 40 चूजा × 65 = 2600 रूपए औषधि/टीकाकरण के लिए प्रति चूजा मूल्य ₹5 40 चूजा × 5 = 200 रुपए परिवहन (चिकबॉक्स सहित) = 210 रुपए कुक्कुट आहार प्रति चूजा प्रतिदिन = 48 ग्राम 1 दिन का भोजन = 40 चूजा × 48 = 1920 ग्राम 28 दिन के लिए 28 × 1920 = 53.76 किलो प्रति किलो कुक्कुट अहार 24 रुपए 24 × 53.76 = 1290 रुपए कुल लागत = 4300 रुपए |
6. | अनुदान | कुल लोन राशि का 75% राज्य सरकार द्वारा जबकि 25% लाभार्थी द्वारा हिस्सेदारी |
7. | चयन प्रक्रिया | जनपद पंचायत की बैठक में ग्राम सभा द्वारा लाभार्थी की स्वीकृति, जनपद पंचायत की स्वीकृति के उपरांत जिला पंचायत की स्थाई समिति की बैठक में अनुमोदन प्राप्त करना होगा। |
8. | संपर्क | जिले के निकटतम पशु चिकित्सक अधिकारी/पशु औषधालय के प्रभारी/उप संचालक पशु चिकित्सा |
MP Kadaknath Murgi Yojana का लाभ
- कड़कनाथ किस्म की मुर्गी का मांस लोगों को काफी पसंद आता है, यही वजह है इसका मांग देश ही नहीं बल्कि विदेशों में भी बढ़ती जा रही है।
- बढ़ती मांग को देखते हुए मध्य प्रदेश राज्य के युवा कड़कनाथ मुर्गी पालन व्यवसाय शुरू कर रहे हैंI और अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
- अन्य किस्म की मुर्गियों के अलावा कड़कनाथ मुर्गी का पालन करना बहुत ही आसान होता है।
- अन्य किस्म की मुर्गियों के अपेक्षा कड़कनाथ किस्म की मुर्गियां बहुत कम बीमार होती हैं, जिससे मुर्गी पालन मालिक को ज्यादा देखभाल की आवश्यकता नहीं पड़ती है।
- होम्योपैथी चिकित्सक और तंत्रिका विकार में भी कड़कनाथ किस्म की मुर्गियों को औषधि के रूप में काम लाया जाता है।
- इसके अलावा आदिवासी लोग कड़कनाथ मुर्गीयों के खून से पुरातन और चीर कालीन गंभीर बिमारियों का इलाज भी करते हैं।
- कड़कनाथ मुर्गीयों के मांस का सेवन करना ह्रदय और डायबिटीज के रोगियों के लिए लाभकारी होता है।
कड़कनाथ मुर्गी के बारे में जानकारी
कड़कनाथ मुर्गे की प्रजाति
कड़कनाथ मुर्गे में 3 प्रजातियां पाई जाती है, जैसे : जेट ब्लैक, पेंसिल्ड, गोल्डन। बाजार में सबसे ज्यादा जेट ब्लैक प्रजाति के कड़कनाथ मुर्गे की मांग होती है, जबकि जेट ब्लैक की अपेक्षा गोल्डन प्रजाति काफी कम मात्रा में पाई जाती है।
कड़कनाथ मुर्गे की पहचान
कड़कनाथ मुर्गे और मुर्गी की सबसे बड़ी पहचान यही है, इनका रंग काला होता है। इनका खून काला होता है, इसके अलावा इन का मांस भी काला होता है।
कड़कनाथ मुर्गी के अंडे
कड़कनाथ मुर्गी 1 साल में औसतन 110 से 120 अंडे देती हैं, इन अंडो का रंग हल्का भूरा गुलाबी होता है। कड़कनाथ मुर्गी के अंडे 30 से 35 ग्राम के छोटे मध्यम आकार के होते हैं।
कड़कनाथ मुर्गे का वजन
कड़कनाथ मुर्गी का वजन औसतन 1.25 से 1.50 किलोग्राम तक होता है। जबकि कड़कनाथ मुर्गे का वजन 1.80 से 2.25 किलोग्राम तक होता है।
कड़कनाथ मुर्गे/मुर्गी का मांस
कड़कनाथ मुर्गी अथवा मुर्गी का मांस बहुत ही स्वादिष्ट होता है, इसके अलावा इन का मांस काले रंग का होता है तथा इनकी हड्डियां भी काली होती हैं।
सेहत के लिए फायदेमंद
कड़कनाथ मुर्गे अथवा मुर्गियों के मांस में आयरन और प्रोटीन की मात्रा ज्यादा जबकि कोलेस्ट्रॉल का मात्रा कम होती हैं। यही वजह है कि हार्ट और डायबिटीज से पीड़ित रोगियों के लिए कड़कनाथ मुर्गे का मांस खाना ज्यादा फायदेमंद माना जाता है।
कड़कनाथ मुर्गी पालन कांटेक्ट नंबर
- Helpline Number : 07552772262
- Email id : dirveterinary [at]mp[dot]gov[dot]in
- Official Website : mpdah.gov.in
कड़कनाथ मुर्गी पालन प्रश्नोत्तर
1. कड़कनाथ मुर्गी 1 दिन में कितने अंडे देती है?
2. कड़कनाथ का बच्चा कितने का मिलता है?
3. कड़कनाथ मुर्गी के चूजे कहां मिलेंगे?
4. कड़कनाथ मुर्गी फार्म कैसे खोलें?
5. क्या कड़कनाथ चिकन गर्भवती महिलाओं के लिए अच्छा है?
6. कड़कनाथ मुर्गी की उम्र कितनी होती है?
7. कड़कनाथ मुर्गा क्या खाता है?
8. कड़कनाथ के अंडे खाने से क्या होता है?
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इस लेख को शिवानी यादव ने लिखा है। जो modi-yojana.com में मुख्य संपादक के रूप में कार्यरत हैं। शिवानी यादव ने हिंदी बिषय से B.A. और M.A. की है। इसके बाद लेखन क्षेत्र को अपना कैरियर बनाया। लेखन क्षेत्र में इनके पास 5 साल का अनुभव हैं। modi-yojana.com के संपादक, लेखक, के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें।
Sir ma broiler farming karta hu or ab kadaknat bhi dalna chata hu par sail Kam ha isliya rah jata hu kirpya margdarshan da