केंद्र सरकार ने असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूर कारीगरों को बुढ़ापा में सहारा देने के लिए प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना की शुरुआत की है। तो चलिए दोस्तों विस्तार से जान लेते हैं PM Shram Yogi Mandhan Yojana क्या हैं।
पीएम श्रम योगी मानधन योजना क्या हैं?
इस योजना की शुरुआत मार्च 2019 में हुई थी, इस योजना में अभी तक तकरीबन 44.90 लाख श्रमिक ने अपना रजिस्ट्रेशन करा लिया है। इस योजना के अंतर्गत असंगठित क्षेत्रों के ऐसे श्रमिक कारीगरों जैसे- घर की काम करने वाली नौकरानी, ड्राइवर, दर्जी, इलेक्ट्रिशियन, प्लंबर, मजदूर, धोबी आदि को शामिल किया जाएगा। जिनकी उम्र 18 से 40 वर्ष के बीच में हैं, और जिनकी महीने की आमदनी ₹15000 से कम है।
श्रमिक इस योजना में अपनी आयु के हिसाब से अलग-अलग धन राशि का 60 साल तक निवेश कर सकते हैं। और जब इन श्रमिक मजदूर कारीगरों की आयु 60 साल से ऊपर हो जाएगी, तो इन्हें पेंशन के रूप में हर महीने ₹3000 दी जाएगी। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक पूरे भारत देश में 42 करोड़ लोग असंगठित क्षेत्रों में काम करते हैं, ऐसे में इस योजना के आ जाने से उन लोगों को बेहद लाभ होगा।
पीएम श्रम योगी मानधन योजना से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
- इस योजना में 18 से 40 वर्ष के बीच की आयु वाले व्यक्ति जो असंगठित क्षेत्र में श्रमिक है, वे आवेदन कर सकते हैं।
- इस योजना में आवेदन करने के लिए व्यक्ति की न्यूनतम वेतन ₹15000 या उससे कम होना चाहिए।
- आवेदन करने वाला व्यक्ति और किसी प्रधानमंत्री योजना का लाभ न ले रहा हो।
- इस योजना के अंतर्गत आने वाले लाभार्थी को ₹3000 मासिक पेंशन दिया जाएगा।
- इस योजना का लाभ लेने के लिए आवेदक 18 वर्ष के बाद इस योजना में निवेश कर सकता है।
- 60 वर्ष की आयु पूरा करने के बाद उसे हर महीना ₹3000 की मासिक आय दिया जाएगा।
- ऐसे नागरिक जो कर भुगतान करते हैं, वे इस योजना में आवेदन नहीं कर सकते हैं।
- आवेदक अपनी सुविधा अनुसार इस योजना में मासिक तौर पर, क्वार्टरली, हाफ ईयरली में निवेश कर सकता है।
- 60 वर्ष से पहले अगर आवेदक की मृत्यु हो जाती है, तो आवेदन के परिवार को कुल धनराशि का 50% प्रदान किया जाएगा।
- इस योजना में आवेदन करने के लिए शैक्षिक योग्यता नहीं मांगी गई है।
श्रम योगी मानधन योजना के अंतर्गत मिलने वाली पेंशन की धनराशि
इस योजना में कोई भी श्रमिक, अलग-अलग उम्र के हिसाब से अलग-अलग पैसों का निवेश कर सकता है। इस योजना में कम से कम ₹55 से ₹200 के बीच निवेश किया जाता है। और जब व्यक्ति 60 साल का हो जाएगा तो उसे हर महीने इस योजना के अंतर्गत ₹3000 मासिक पेंशन के रूप में दिया जाएगा।
Shram Yogi Mandhan Yojana Premium Calculation
श्रमिक की उम्र | हर महिने निवेश धनराशि | हर साल कुल निवेश धनराशि | 60 साल में कुल निवेश धनराशि |
18 साल की उम्र में | 55 रुपये | 660 रुपये | 27720 रुपये |
30 साल की उम्र में | 100 रुपये | 1200 रुपये | 36000 रुपये |
40 साल की उम्र में | 200 रूपये | 2400 रुपये | 48000 रुपये |
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के लिए पात्रता
- आवेदन करने वाला व्यक्ति असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाला श्रमिक होना चाहिए।
- इस योजना में खाता खुलवाने वाले व्यक्ति की आयु 18 से 40 साल के बीच होनी चाहिए।
- उस व्यक्ति की महीने की आमदनी ₹15000 से कम होनी चाहिए।
- आवेदन करने वाला व्यक्ति इनकम टैक्स पेयर या करदाता नहीं होना चाहिए।
- आवेदन करने वाले व्यक्ति का EPFO, NPS, ESIC, के अंतर्गत कोई कवर नहीं होना चाहिए।
Pradhan Mantri Shram Yogi mandhan Yojana के लिए दस्तावेज
- श्रमिक का आधार कार्ड
- श्रमिक का सेविंग अकाउंट या जनधन खाता
- श्रमिक का मोबाइल नंबर
- श्रमिक का पासपोर्ट साइज फोटो
- श्रमिक का आय प्रमाण पत्र
- श्रमिक का निवास प्रमाण पत्र
श्रम योगी मानधन योजना में आवेदन कैसे करें?
- दोस्तों अगर आप भी योजना (आफिशियल बेबसाइट) के लिए आवेदन करना चाहते हैं। तो सबसे पहले आपको अपने नजदीकी (सीएससी) ग्राहक सेवा केंद्र या भारतीय जीवन बीमा निगम की शाखा या ईपीएफओ ऑफिस मैं जाना होगा।
- वहां से एप्लीकेशन फॉर्म लेना है।
- उस में पूछे गए सभी जानकारी को अच्छे से भर देना है।
- इसके पास उस एप्लीकेशन फॉर्म के साथ अपनी सभी जरूरी दस्तावेजों की फोटो कॉपी लगा देनी है।
- इसके बाद इस फार्म को ले जाकर के ईपीएफओ केंद्र या राज्य सरकार के लेवल ऑफिस में जमा कर देना है।
- इस प्रकार इस योजना में आनलाइन आवेदन करने की प्रक्रिया पूरी हो जाती है।
कौन से लोग इस योजना में आवेदन कर सकते हैं?
इस योजना के अंतर्गत शैक्षिक योग्यता निर्धारित नहीं किया गया है, छोटे-मोटे काम करने वाले गरीब परिवार के लोग इस योजना में आवेदन कर सकते हैं। इन कामों को रखा गया है-
- छोटे और सीमांत किसान
- प्रवासी मजदूर
- भूमिहीन खेतिहर मजदूर
- सब्जी तथा फल विक्रेता
- मछुआरे
- घरेलू कामगार
- पशुपालक
- सफाई कर्मी
- ईंट भट्टा और पत्थर खदानों में काम करने वाले मजदूर
- बुनकर का काम करने वाले
- निर्माण और आधारभूत संरचनाओं में कार्य करने वाले
- चमड़े के कारीगर
श्रम योगी मान धन योजना का उद्देश्य
इस योजना के अंतर्गत असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले गरीब मजदूरों को बुढ़ापे में सहारा देना है, ताकि 60 साल के हो जाने के बाद उन्हें अपनी जीविका के लिए किसी के ऊपर निर्भर न रहना पड़े। बल्कि उन्हें हर महीने इस योजना के अंतर्गत ₹3000 मिलती रहे, और वह अपनी जरूरी खर्चे पूरी कर सके इसके लिए उन्हें दूसरों पर निर्भर न रहना पड़े।
प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना का लाभ
असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूर श्रमिकों को इस योजना के आ जाने से काफी सहारा मिलेगा। क्योंकि उन्हें अब बुढ़ापे में अपनी जरूरी खर्चों को पूरा करने के लिए किसी पर आत्मनिर्भर नहीं रहना पड़ेगा, बल्कि इस योजना के अंतर्गत उन्हें हर महीने ₹3000 मिलेगा।
असंगठित क्षेत्रों में काम करने वाले मजदूर जिनकी महीने की आमदनी ₹15000 से कम है, वही इस योजना का लाभ उठा सकते हैं। अलग-अलग उम्र के हिसाब से अलग-अलग निवेश करके इस योजना में असंगठित क्षेत्र के मजदूर अपना रिटायरमेंट प्लान सुनिश्चित कर सकते हैं।
पीएम श्रम योगी मानधन हेतु हेल्पलाइन नंबर
Helpline Number : 18002676888
FAQs
1. प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना क्या है?
2. Shram Yogi mandhan Yojana Online Apply कैसे करें?
3. इस योजना में कितना पैसा जमा करना है?
4. प्रधानमंत्री श्रम योगी मानधन योजना के अंतर्गत कितनी पेंशन मिलती है और कब मिलती है?
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इस लेख को शिवानी यादव ने लिखा है। जो modi-yojana.com में मुख्य संपादक के रूप में कार्यरत हैं। शिवानी यादव ने हिंदी बिषय से B.A. और M.A. की है। इसके बाद लेखन क्षेत्र को अपना कैरियर बनाया। लेखन क्षेत्र में इनके पास 5 साल का अनुभव हैं। modi-yojana.com के संपादक, लेखक, के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें।
योजनाएं तो बहुत मगर इस योजना का लाभ गांव देहातो को नहीं मिल पाता h इसके लिए कोई ठोस कदम उठाए जाय