केंद्र सरकार और राज्य सरकार द्वारा समय-समय पर देश के नागरिकों के लिए कल्याणकारी योजनाएं चलाई जाती है। इसी प्रकार उत्तराखंड सरकार द्वारा Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana की शुरुआत की गई है। इस योजना के अंतर्गत बच्चों के पालन पोषण और गरीब बच्चों को कुपोषण का शिकार होने से बचाने के लिए इस योजना को शुरू किया गया है।
इसके अलावा इस योजना के अंतर्गत जिन बच्चों का नाम आंगनवाड़ी केंद्रों पर पंजीकृत हैं, उन बच्चों के लिए दूध उपलब्ध कराया जाएगा। आंगनवाड़ी केंद्रों के बच्चों को शारीरिक रूप से स्वस्थ बनाने के लिए सप्ताह के 2 दिन पोषक से भरे दूध दिए जायेंगे।
इसीलिए अगर आप उत्तराखंड के निवासी हैं, तो उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना की बारे में जरूर पढ़ें। इस आर्टिकल में योजना से संबंधित आवेदन प्रक्रिया, दस्तावेज, पात्रता, लाभ, विशेषताएं आदि के बारे में बताया गया है।
मुख्यमंत्री अंचल अमृत योजना क्या है?
उत्तराखंड सरकार ने अपने राज्य में बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए 7 मार्च 2019 को उत्तराखंड मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने मुख्यमंत्री अंचल अमृत स्कीम उत्तराखंड की शुरुआत की थी। इस योजना के अंतर्गत उत्तराखंड राज्य के सभी लगभग 20000 आंगनवाड़ी केंद्रों पर मेघा स्किम्ड दूध उपलब्ध कराया जाएगा। महिला अधिकारी एवं बाल विकास मंत्रालय के अनुसार Mukhyamantri Aanchal Amrit Scheme कुपोषण जैसे रोगों के खिलाफ राज्य की लड़ाई में महत्वपूर्ण हथियार साबित होगा।
जैसा कि आप जानते हैं आंगनवाड़ी केंद्रों पर अधिकांश करके ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब मध्यम वर्गीय परिवार के बच्चे पढ़ते हैं। ऐसे बच्चों के पास उचित और पोस्टिक पोषण की सदा आभाव रहती है। इसलिए ऐसे बच्चों को कुपोषण से बचाने के लिए इस योजना के अंतर्गत फ्री में दूध दिया जाएगा। क्योंकि दूध एक प्रकार का उच्च पोस्टिक आहार माना जाता है, जिसे खाने से बच्चे भी स्वस्थ रहेंगे।
UK Mukhymantri Anchal Amrit Yojana (Highlight)
योजना का नाम | उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना |
शुरुआत किया | श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री (उत्तराखंड) |
योजना की शुरुआत | 13 मार्च 2020 |
योजना के लाभार्थी | राज्य के गरीब बच्चे |
योजना का उद्देश्य | गरीब बच्चों के पोषण हेतु सहायता धनराशि और खाद्य सामग्री देना |
लाभान्वित बच्चे | 170000 |
आवेदन प्रक्रिया | ऑनलाइन/ऑफलाइन |
ऑफिसियल वेबसाइट | uk.gov.in |
Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana की विशेषताएं
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना उत्तराखंड की निम्नलिखित विशेषताएं है। जो इस प्रकार है:-
- इस योजना के अंतर्गत उत्तराखंड राज्य में लगभग 20000 आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले लगभग ढाई लाख बच्चों को 1 सप्ताह में दो बार 100ml का दूध बिल्कुल मुफ्त में दिया जाएगा।
- मुख्यमंत्री आंचल अमृत स्कीम के अंतर्गत आगनवाड़ी में पढ़ने वाले 6 साल या 6 साल से कम उम्र के बच्चो में ही दूध का वितरण किया जाएगा।
- इस योजना का प्रारूप इस प्रकार से तैयार किया गया है कि बच्चों को उनकी पसंद के अनुसार ही दूध पिलाया जाएगा।
- कक्षा 1 से लेकर कक्षा 8 तक के बच्चों को विटामिन ए और विटामिन डी 2 फोर्टीफाइड युक्त दूध सप्ताह के प्रत्येक अलग-अलग दिन प्रदान किया जाएगा।
- उत्तराखंड में रहने वाले लगभग 700000 बच्चों को इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
- उत्तराखंड के सभी प्राइमरी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को मिड डे मील के तहत इस योजना का लाभ दिया जाएगा।
- 13 मार्च 2020 को श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत मुख्यमंत्री (उत्तराखंड), द्वारा मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना की शुरुआत की गई थी।
- उत्तराखंड राज्य के बच्चे स्वस्थ और कुपोषण से मुक्त हो, इसी उद्देश्य को पूरा करने के लिए मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना शुरू की गई है।
- उत्तराखंड सरकार के द्वारा 20,000 आंगनवाड़ी केंद्रों पर मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के अंतर्गत फ्लेवर्ड, मीठा और स्किम्ड मिल्क पाउडर वितरित किया जाएगा।
- कैल्शियम और विटामिन के स्रोत के रूप में, हड्डियों और दातों के विकास, तंत्रिका तंत्र के प्रदर्शन में सुधार, पाचन को बढ़ाने, शरीर को ऊर्जा प्रदान करने के लिए दूध एक अच्छा प्रोटीन है।
- इस योजना के अंतर्गत दूध की सप्लाई आगनवाड़ी केंद्र, राजकीय विद्यालय सहायता प्राप्त विद्यालय और मदरसों में उपलब्ध कराई जाएगी।
- प्राइमरी स्तर के छोटे बच्चों को 100 मिलीलीटर दूध प्रदान किया जाएगा।
- जबकि उच्च प्राइमरी दर्जे में पढ़ने वाले बच्चों को 150 मिलीलीटर दूध उपलब्ध कराया जाएगा।
- उत्तराखंड सहकारी डेयरी फेडरेशन लिमिटेड द्वारा दूध प्रदान किया जाएगा।
- विद्यालय को उनकी मांग और आवश्यकता के अनुसार हर 3 महीने में दूध का पाउडर पैकेट पहुंचा दिया जाएगा। इस योजना के अंतर्गत एक ही बार में 3 महीने का कोटा स्कूल में पहुंचा दिया जाएगा।
उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत स्कीम की पुनः शुरुआत
रिंग रोड स्थित एक होटल में आयोजित एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा इस योजना को एक बार फिर से शुरू किया गया है। जहां पिछली बार 1 सप्ताह में दो बार बच्चों को मीठा और सुगंधित दूध दिया जाता था। वहीं पर अब की बार इस योजना के अंतर्गत आंगनवाड़ी केंद्रों द्वारा आंगनवाड़ी में पढ़ने वाले बच्चे जिनकी उम्र 3 साल से 6 साल के बीच में है, उन्हें 1 सप्ताह में 4 दिन मीठा और पोस्टिक दूध दिया जाएगा।
उत्तराखंड राज्य के 170000 युवाओं को यह कार्यक्रम सेवा प्रदान करेगा तथा इसके साथ बच्चों के स्वास्थ्य और पोष्टिक आहार को भी बढ़ावा देगा। महिला अधिकारी एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्य के अनुसार उत्तराखंड सरकार ने मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना के लिए पर्याप्त बजट भी आवंटित किया है।
इस योजना के शुरू होने से उत्तराखंड राज्य को कुपोषण मुक्त बनाया जा सकता है। उत्तराखंड राज्य के सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में 3 से 6 साल के बच्चों को डेयरी विकास विभाग योजना के अंतर्गत सप्ताह में 4 दिन विटामिन ए और विटामिन डी के साथ सुगंधित फोर्टीफाइड दूध उपलब्ध कराएगा। इस योजना के शुरू होने से राज्य के 170000 युवाओं को हर महीने मदद मिलेगी।
Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana के लिए पात्रता
अगर आप भी उत्तराखंड सरकार के द्वारा शुरू किया गया उत्तराखंड मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का लाभ पाना चाहते हैं तो आपके पास निम्नलिखित पात्रताएं होनी चाहिए।
- इस योजना के अंतर्गत इच्छुक लाभार्थी उत्तराखंड का स्थाई निवासी होना चाहिए।
- इस योजना के अंतर्गत बच्चे की उम्र 3 वर्ष से 6 वर्ष के बीच में होनी चाहिए।
- बच्चा किसी आगनबाडी में अथवा प्राइमरी स्कूल में पढ़ता हो।
आंचल अमृत योजना उत्तराखंड के लिए दस्तावेज
अगर आप उत्तराखंड Aanchal Amrit Scheme के लिए आवेदन करना चाहते हैं, तो आपके पास निम्नलिखित दस्तावेज होना चाहिए।
- निवास प्रमाण पत्र
- फोन नंबर
- पासपोर्ट साइज फोटो
- आधार कार्ड
- पैन कार्ड
- राशन कार्ड
- वोटर आईडी कार्ड
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का बजट
इस योजना को क्रियान्वित करने के लिए लगभग ₹120000000 की जरूरत होगी। जिनमें केंद्र सरकार और राज्य सरकार दोनों का योगदान होगा। केंद्र सरकार के द्वारा 6 करोड रुपए तथा राज्य सरकार के द्वारा छह करोड़ रुपए इस योजना में खर्च किए जाएंगे।
Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana का लाभ
- आंचल अमृत स्कीम उत्तराखंड के अंतर्गत बच्चों को मिड डे मील के दौरान अच्छा पौष्टिक खाना प्रदान किया जाएगा, जिनसे कि उनके शारीरिक क्षमता का विकास हो और उनका पढ़ाई में मन लगे।
- इस योजना के अंतर्गत बच्चों को स्कूल में फ्लेवर्ड मीठा मिल्क पाउडर दिया जाएगा, इसी के लालच में कम से कम बच्चा स्कूल आने के लिए प्रोत्साहित होगा।
- उत्तराखंड के लगभग 20000 आंगनवाड़ी केंद्रों को सुगंधित मीठा और स्किम्ड मिल्क पाउडर Mukhyamantri Aanchal Amrit Scheme के अंतर्गत उपलब्ध कराया जाएगा।
- उत्तराखंड में इस योजना के शुरू होने से दुग्ध उत्पादन की मांग काफी ज्यादा बढ़ेगी, जिसके फलस्वरूप पशु पालन व्यवसायओं का भी लाभ होगा।
- इस योजना के अंतर्गत प्राइमरी स्कूल में बच्चों को भर पेट भोजन के साथ साथ दूध भी दिया जायेगा, जिससे उनका पोषण की कमी दूर हो जाए।
- इस योजना के शुरू होने से ज्यादा से ज्यादा बच्चे स्कूल आएंगे, और पौष्टिक आहार मिलने से उनका शारीरिक और मानसिक विकास होगा।
- मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना शुरू होने से पशुपालन व्यवसाय में विकास होगा, उत्तराखंड के नवयुवक पशुपालन व्यवसाय में भी कैरियर पर आ सकते हैं।
- इस योजना को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए उत्तराखंड सरकार के द्वारा मैदानी क्षेत्रों में 8000 गाय पहाड़ के पशुपालकों तक पहुंचा दी गई है।
- पशुपालकों को 24 करोड रुपए तथा चारा यातायात अनुदान के लिए 8 करोड रुपए की राशि इस योजना के अंतर्गत प्रदान की जाएगी।
- इसकी ऑफिशियल वेबसाइट पर जाकर आप इस योजना के लिए आवेदन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना का उद्देश्य
प्राइमरी स्तर के सभी बच्चों को पोस्टिक मिड डे मील के साथ-साथ विटामिन से भरपूर दूध उपलब्ध कराने के उद्देश्य से यह योजना शुरू की गई है। दूध पौष्टिक आहार है जिसके सेवन से बच्चों के पोषण स्तर में, शारीरिक विकास, मानसिक विकास में काफी सुधार आएगा। केंद्र सरकार के सहयोग से उत्तराखंड सरकार बच्चों को दूध प्रदान करने की योजना को चलाने का फैसला लिया है। उत्तराखंड भारत का पहला राज्य होगा, जिसे केंद्र सरकार के द्वारा इस योजना को संपूर्ण करने के लिए वित्तीय सहायता दी जाएगी।
FAQs
1.उत्तराखंड राज्य में आंगनवाड़ी केंद्र की संख्या कितनी है?
2.आंचल अमृत योजना का लाभ किसे मिलेगा?
3.मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना की शुरुआत कब हुई?
निष्कर्ष
दोस्तों इस आर्टिकल में हमने Mukhyamantri Aanchal Amrit Yojana के विषय में बताया है। इस योजना के अंतर्गत उत्तराखंड सरकार लगभग 20000 आंगनवाड़ी केंद्रों में पढ़ने वाले 3 से 6 वर्ष के बच्चों को दूध मुफ्त में वितरित करेंगी। ताकि बच्चों को कुपोषित होने से बचाया जा सके और उन्हें पौष्टिक आहार मिल सके। अगर आप उत्तराखंड के निवासी है, तो आप भी मुख्यमंत्री आंचल अमृत योजना उत्तराखंड का लाभ उठा सकते हैं। इस आर्टिकल से संबंधित अगर आपका कोई सवाल है तो आप कमेंट करके पूछ सकते हैं।
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इस लेख को शिवानी यादव ने लिखा है। जो modi-yojana.com में मुख्य संपादक के रूप में कार्यरत हैं। शिवानी यादव ने हिंदी बिषय से B.A. और M.A. की है। इसके बाद लेखन क्षेत्र को अपना कैरियर बनाया। लेखन क्षेत्र में इनके पास 5 साल का अनुभव हैं। modi-yojana.com के संपादक, लेखक, के बारे में अधिक जानने के लिए यहां क्लिक करें।